1

आदम, शॆत, एनोश;
केनान, महललेल, येरेद;
हनोक, मतूशेलह, लेमेक;
नूह, शेम, हाम और येपेत ।
येपेत के पुत्रा : गोमेर, मागोग, मादै, सावान, तूबल, मेशेक और तीरास हैं।
और गोमेर के पुत्रा : अशकनज, दीपत और तोगर्मा हैं।
और यावान के पुत्रा : एलीशा, तश श, और कित्ती और रोदानी लोग हैं।
हाम के पुत्रा : कुश, मिस्र, पूत और कनान हैं।
और कूश के पुत्रा : सबा, हबीला, सबाता, रामा और सब्तका हैं; और रामा के पुत्रा : शबा और ददान हैं।
और कूश से निम्रोद उत्पन्न हुआ; मृथ्वी पर पहिला वीर वही हुआ।
और मिस्र से लूदी, अनामी, लहावी, नप्तही।
पत्रूसी, कसलूही ( वहां से पलिश्ती निकले ) और कप्तोरी उत्पन्न हुए।
कनान से उसका जेठा सीदोन और हित्त।
और यबूसी, एमोरी, गिर्गाशी।
हिरवी, अक ,सीनी।
अर्वदी, समारी और हमाती उत्पन्न हुए।
शेम के पुत्रा : एलाम, अश्शूर, अर्पक्षद, लूद, अराम, ऊस, हूल, गेतेर और मेशेक हैं।
और अर्पक्षद से शेलह और शेलह से एबेर उत्पन्न हुआ।
और एबेर के दो पुत्रा उत्पन्न हुए : एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वी बांटी गई; और उसके भाई का नाम योक्तान था।
और योक्तान से अल्मोदाद, शुलेप, हसर्मावेत, येरह।
हदोराम, ऊजाल, दिक्ला।
एबाल, अबीमाएल, शबा,
ओपीर, हवीला और सोबाब उत्पन्न हुए; ये ही सब योक्तान के पुत्रा हैं।
शेम, अर्पक्षद, शेलह।
एबेर, पेलेग, रू।
सरूग, नाहोर, तेरह,
अब्राम, वही इब्राहीम भी कहलाता है।
इब्राहीम के पुत्रा इसहाक और इश्माएल हैं।
इनकी वंशावलियां ये हैं। इश्माएल का जेठा नवायोत, फिर केदार, अदवेल, मिबसाम।
मिश्मा, दूमा, मस्सा, हदद, तेमा।
यतूर, नापीश, केदमा। ये इश्माएल के पुत्रा हुए।
फिर कतूरा जो इब्राहीम की रखेली थी, उसके ये पुत्रा उत्पन्न हुए, अर्थात् उस से जिम्रान, योक्षान, मदान, मिद्यान, यिशबाक और शूह उत्पन्न हुए। योक्षान के पुत्रा : शबा और ददात।
और मिद्यान के पुत्रा : एपा, एपेर, हनोक, अबीदा और एलदा, ये सब कतूरा के पुत्रा हैं।
इब्राहीम से इसहाक उत्पन्न हुआ। इसहाक के पुत्रा : एसाव और इस्राएल।
एसाव के पुत्रा : एलीपज, रूएल, यूश, यालाम और कोरह हैं।
एलीपज के ये पुत्रा हैं : तेमान, ओमार, सपी, गाताम, कनज, तिम्ना और अपालेक।
रूएल के पुत्रा : नहत, जेरह, शम्मा और मिज्जा।
फिर सेईर के पुत्रा : लोतान, शोबाल, सिबोेन, अना, दीशोन, एसेर और दीशान हैं।
और लोतान के पुत्रा : होरी और होमाम, और लोतान की बहिन तिम्ना थीं।
शोबाल के पुत्रा : अल्यान, मानहत, एबाल, शषी और ओनाम।
और सिबोन के पुत्रा : अरया, और अना। अना का पुत्रा : दीशोन। और दीशोन के पुत्रा : हम्रान, एशबान, यित्रान और करान।
एसेर के पुत्रा बिल्हान, जाचान और याकान। और दीशान के पुत्रा : ऊस और अरान हैं।
जब किसी राजा ने इस्राएलियों पर राज्य न किया था, तब एदोम के देश में ये राजा हुए : अर्थात् बोर का पुत्रा बेला और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा था।
बेला के मरने पर, बोस्राई जेरह का पुत्रा योबाब, उसके स्थान पर राजा हुआ।
और योबाब के मरने पर, तेमानियों के देश का हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ।
फिर हूशाम के मरने पर, बदद का पुत्रा हदद, उसके स्थान पर राजा हुआ : यह वही है, जिस ने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार लिया; और उसकी राजधानी का नाम अबीत था।
और हदद के मरने पर, मस्रेकाई सम्ला उसके स्थान पर राजा हुआ।
फिर सम्ला के मरने पर शाऊल, जो महानद के तट पर के रहोबोत नगर का था, वह उसके स्थान पर राजा हुआ।
और शाऊल के मरने पर अकबोर का पुत्रा बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ।
और बल्हानान के मरने पर, हदद उसके स्थान पर राजा हुआ; और उसकी राजधानी का नाम पाई था। और उसकी पत्नी का नाम महेतबेल था जो मेज़ाहाब की नातिनी और मत्रोद की बेटी थी। और हदद मर गया।
फिर एदोम के अधिपति ये थे : अर्थात् अधिपति तिम्ना, अधिपति अल्या, अधिपति यतेत, अधिपति ओहोलीवामा,
अधिपति एला, अधिपति पीनोन, अधिपति कनज,
अधिपति तेमान, अधिपति मिबसार, अधिपति मग्दीएल, अधिपति ईराम।
एदोम के ये अधिपति हुए।

2

इस्राएल के ये पुत्रा हुए; रूबेन, शिमोन, लेवी, सहूदा, इस्साकार, जबूलून, दान।
यूसुफ, बिन्यामीन, नन्ताली, गाद और आशेर।
यहूदा के ये पुत्रा हुए : एर, ओनान और शेला, उसके ये तीनों पुत्रा, बतशू नाम एक कनानी स्त्री से उत्पन्न हुए। और यहूदा का जेठा एर, यहोवा की दृष्टि में बुरा था, इस कारण उस ने उसको मार डाला।
यहूदा की बहू तामार से पेरेस और जेरह उत्पन्न हुए। यहूदा के सब पुत्रा पांच हुए।
मेरेस के पुत्रा : हेस्रोन और हामूल।
और जेरेह के पुत्रा : जिम्री, एतान, हेमान, कलकोल और दारा सब मिलकर पांच।
फिर कम का पुत्रा : आकार जो अर्पण की हुई पस्तु के विषय में विश्वासघात करके इस्राएलियों का कष्ट देनेवाला हुआ।
और एतान का पुत्रा : अजर्याह।
हेस्रोन के जो पुत्रा उत्पन्न हुए : यरह्येल, राम और कलूबै।
और राम से अम्मीनादाब और अम्मीनादाब से नहशोन उत्पन्न हुआ जो यहूदियों का प्रधान बना।
और नहशोन से सल्मा और सल्मा से बोअज,
और बोअज से ओबेद और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ।
और यिशै से उसका जेठा एलीआब और दूसरा अबीनादाब तीसरा शिमा।
चौथा नतनेल और पांचवां रद्दै छठा ओसेम और सातवां दाऊद उत्पन्न हुआ।
इनकी बहिनें सरूयाह ओर अबीगैल थीं।
और सरूयाह के पुत्रा अबीशै, योआब और असाहेल ये तीन थे।
और अबीगैल से अमासा उत्पन्न हुआ, और अमासा का पिता इश्माएली येतेर था।
हेस्रोन के पुत्रा कालेब के अजूबा नाम एक स्त्री से, और यरीओत से, बेटे उत्पन्न हुए; और इसके पुत्रा ये हूए अर्थात् येशेर, शेबाब और अद न।
जब अजूबा मर गई, सब कालेब ने एप्रात को ब्याह लिया; और जिससे हूर उत्पन्न हुआ।
और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उत्पन्न हुआ।
इसके बाद हेस्रोन गिलाद के पिता माकीर की बेटी के पास गया, जिसे उस ने तब ब्याह लिया, जब वह साठ वर्ष का था; और उस से सगूब उत्पन्न हुआ।
और सगूब से याईर जन्मा, जिसके गिलाद देश में तेईस नगर थे।
और गशूर और अराम ने याईर की बस्तियों को और गांवों समेत कनत को, उन से ले लिया; ये सब नगर मिलकर साठ थे। ये सब गिलाद के पिता माकीर के पुत्रा हुए।
और जब हेस्रोन कालेबेप्राता में मर गया, तब उसकी अबिरयाह नाम स्त्री से अशहूर उत्पन्न हुआ जो तको का पिता हुआ।
और हेस्रोन के जेठे यरह्येल के ये पुत्रा हुए : अर्थात् राम जो उसका जेठा था; और बूना, ओरेन, ओसेम और यहिरयाह।
और यरह्येल की एक और पत्नी थी, जिसका नाम अतारा था; वह ओनाम की माता थी।
और यरह्येल के जेठे राम के ये पुत्रा हुए, अर्थात् मास, यामीन और एकेर।
और ओनाम के पुत्रा शम्मै और यादा हुए। और शम्मै के पुत्रा नादाब और अबीशूर हुए।
और अबीशूर की पत्नी का नाम अबीहैल था, और उस से अहबान और मोलीद उत्पन्न हुए।
और नादाब के पुत्रा सेलेद और अत्पैम हुए; सेलेद तो निेसन्तान मर गया। और अत्तैम का पुत्रा यिशी।
और यिशी का पुत्रा शेशान और शेशान का पुत्रा : अहलै।
फिर शम्मै के भाई यादा के पुत्रा : येतेर और योनातान हुए; येतेर तो निेसन्तान मर गया।
यानातान के पुत्रा पेलेत और जाजा; यरह्येल के पुत्रा ये हुए।
शेशान के तो बेटा न हुआ, केवल बेटियां हुई। शेशान के पास यर्हा नाम एक मिस्री दास था।
और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी, और उस से अत्तै उत्पन्न हुआ।
और अत्तै से नातान, नातान से जाबाद।
जाबाद से एपलाल, एपलाल से ओबेद।
ओबेद से येहू, येहू से अजर्याह।
अजर्याह से हेलैस, हेलैस से एलासा।
एलासा से सिस्मै, सिस्मै से शल्लूम।
शल्लूम से यकम्याह और यकम्याह से एलीशामा उत्पन्न हुए।
फिर यरह्येल के भाई कालेब के ये पुत्रा हुए : अर्थात् उसका जेठा मेशा जो जीप का पिता हुआ। और मारेशा का पुत्रा हेब्रोन भी उसी के वंश में हुआ।
और हेब्रोन के पुत्रा कोरह, तप्पूह, रेकेम और शेमा।
और शेमा से योर्काम का पिता रहम और रेकेम से शम्मै उत्पन्न हुआ था।
और शम्मै का पुत्रा माओन हुआ; और माओन बेत्सूर का पिता हुआ।
फिर एपा जो कालेब की रखेली थी, उस से हारान, मोसा और गाजेज उत्पन्न हुए; और हारान से गाजेज उत्पन्न हुआ।
फिर याहदै के पुत्रा रेगेम, योताम, गेशान, पेलेत, एपा और शाप।
और माका जो कालेब की रखेली थी, उस से शेबेर और तिर्हाना उत्पन्न हुए।
फिर उस से मदमन्ना का पिता शाप और मकबेना और गिबा का पिता शबा उत्पन्न हुए। और कालेब की बेटी अकसा थी। कालेब के पुत्रा यें हुए।
एप्राता के जेठे हूर का पुत्रा किर्यत्यारीम का पिता शोबाल।
बेतलेहेम का पिता सल्मा और बेतगादेर का पिता हारेप।
और किर्यत्यारीम के पिता शोबाल के वंश में हारोए आधे मनुहोतवासी,
और किर्यत्यारीम के कुल अर्थात् यित्री, पूती, शूमाती और मिश्राई और इन से सोराई और एश्ताओली निकले।
फिर सल्मा के वंश में बेतलेहेम और नतोपाई, अत्रोतबेत्योआब और आधे मानहती, सोरी।
फिर याबेस में रहनेवाले लेखकों के कुल अर्थात् तिराती, शिमाती और सूकाती हुए। ये रेकाब के घराने के मूलपुरूष हम्मन के वंशवाले केनी हैं।

3

दाऊद के पुत्रा जो हेब्रोन में उस से उत्पन्न हुए वे ये हैं : जेठा अम्नोन जो यिज्रेली अहीनोआम से, दूसरा दानिरयेल जो कर्मेली अबीगैल से उत्पन्न हुआ।
तीसरा अबशालोम जो गशूर के राजा तल्मै की बेटी माका का मुत्रा था, चौथा ओदानिरयाह जो हरगीत का पुत्रा था।
पांचवां शपत्याह जो अबीतल से, और छठवां यित्राम जो उसकी स्त्री एग्ला से उत्पन्न हुआ।
दाऊद से हेब्रोन में छे पुत्रा उत्पन्न हुए, और वहां उस ने साढ़े सात वर्ष राज्य किया; और यरूशलेम में तैंतीस वर्ष राज्य किया।
और यरूशलेम में उसके ये पुत्रा उत्पन्न हुए अर्थात् शिमा, शोबाब, तातान और सुलैमान, ये चारो अम्मीएल की बेटी बतशू से उत्पन्न हुए।
और यिभार, एलीशामा एलीपेलेत।
नेगाह, नेपेग, यापी।
एलीशामा, एल्यादा और एलीमेलेत, ये नौ पुत्रा थे, ये सब दाऊद के पुत्रा थे।
और इनको छोड़ रखेलियों के भी पुत्रा थे, और इनकी बहिन तामार थी।
फिर सुलैमान का पुत्रा रहबाम उत्पन्न हुआ; रहबाम का अबिरयाह का आसा, आसा का यहोशापात।
यहोशपात का योराम, योराम का अहज्याह, अहज्याह का योआश।
योआश का अमस्याह, अमस्याह का अजर्याह, अजर्याह का योताम।
योताम का आहाज, आहाज का हिजकिरयाह, हिजकिरयाह का मनश्शे।
मनश्शे का आमोन, और आमोन का योशिरयाह पुत्रा हुआ।
और योशिरयाह के पुत्रा उसका जेइ योहानान, दूसरा यहोयाकीम; तीसरा सिदकिरयाह, चौथा शल्लूम।
और यहोयाकीम का पुत्रा यकोन्याह, इसका पुत्रा सिदकिरयाह।
ओर यकोन्याह का पुत्रा अस्सीर, उसका पुत्रा शालतीएल।
और मल्कीराम, पदायाह, शेनस्सर, यकम्याह, होशामा और नदब्याह।
और पदायाह के पुत्रा जरूब्बाबेल और शिमी हुए; और जरूब्बाबेल के पुत्रा मशुल्लाम और हनन्याह, जिनकी बहीन शलोमीत थी।
और हशूबा, ओहेल, बेरेक्याह, हसद्याह और यूशमेसेद, पांच।
और हनन्याह के पुत्रा पलत्याह और यशायाह। और रपायाह के पुत्रा अर्नान के पुत्रा ओबद्याह के पुत्रा और शकन्याह के पुत्रा।
और तकन्याह का पुत्रा शमायाह। और शमायाह के पुत्रा हत्तूश और यिगाल, बारीह, नार्याह और शपात, छे ।
और नार्याह के पुत्रा एल्योएनै, हिजकिरयाह और अज्रीकाम, तीन।
और एल्योएनै के पुत्रा होदब्याह, एल्याशीब, पलायाह, अककूब, योहानान, दलायाह और अनानी, सात।

4

यहूदा के पुत्रा : पेरेस, हेस्रोन, कम , हूर और शोबाल।
और शोबाल के पुत्रा : रायाह से यहत और यहत से अहूमै और लहद उत्पन्न हुए, ये सोराई कुल हैं।
और एताम के पिता के ये पुत्रा हुए : अर्थात् यिज्रेल, यिश्मा और यिद्वाश, जिनकी बहिन का नाम हस्सलेलपोनी था।
और गदोर का पिता पनूएल, और रूशा का पिता एजेर। ये एप्राता के जेठे हूर के सन्तान हैं, जो बेतलेहेम का पिता हुआ।
और तको के पिता अशहूर के हेबा और नारा नाम दो स्त्रियां थीं।
और नारा से अहुज्जाम, हेपेर, तेमनी और हाहशतारी उत्पन्न हुए, नारा के ये ही पुत्रा, हुए।
और हेला के पुत्रा, सेरेत, यिसहर और एम्नान।
फिर कोस से आनूब और सोबेवा उत्पन्न हुए और उसेक वंश में हारून के पुत्रा अहर्हेल के कुल भी उत्पन्न हुए।
और याबेस अपने भइयों से अधिक प्रतिष्ठित हुआ, और उसकी माता ने यह कहकर उसका नाम याबेस रखा, कि मैं ने इसे पीड़ित होकर उत्पन्न किया।
और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कहकर पुकारा, कि भला होता, कि तू मुझे सचमुच आशीष देता, और मेरा देश बढाता, और तेरा हाथ मेरे साथ रहता, और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उस से पीड़ित त होता ! और जो कुछ उस ने मांगा, वह परमेश्वर ने उसे दिया।
फिर शूहा के भाई कलूब से एशतोन का पिता महीर उत्पन्न हुआ।
और एशतोन के वंश में रामा का घराना, और पासेह और ईर्नाहाश का पिता तहिन्ना उत्पन्न हुए, रेका के लोग ये ही हैं।
और कनज के पुत्रा, ओत्नीएल और सरायाह, और ओत्नीएल का पुत्रा हतत।
मोनोतै से ओप्रा और सरायाह से योआब जो गेहराशीम का पिता हुआ; वे कारीगर थे।
और यपुन्ने के पुत्रा कालेब के पुत्रा एला और नाम, और एला के पुत्रा कनज।
और यहल्लेल के पुत्रा, जीप, जीपा, तीरया और असरेल।
और एज्रा के पुत्रा येतेर, मेरेद, एपेर और यालोन, और उसकी स्त्री से मिरर्याम, शम्मै और एशतमो का पिता यिशबह उत्पन्न हुए।
और उसकी यहूदिन स्त्री से गदोर का पिता येरेद, सोको के पिता हेबेर और जानोह के पिता यकूतीएल उत्पन्न हुए, ये फ़िरोन की बेटी बित्या के पुत्रा थे जिसे मेरेद ने ब्याह लिया था।
और होदिरयाह की स्त्री जो नहम की बहिन थी, उसके पुत्रा कीला का पिता एक गेरेमी और एशतमो का पिता एक माकाई।
और शीमोन के पुत्रा अम्नोन, रिन्ना, बेन्हानान और तोलोन और यिशी के पुत्रा जोहेत और बेनजोहेत।
यहूदा के पुत्रा शेला के पुत्रा लेका का पिता एर, मारेशा का पिता लादा और अशबे के घराने के कुल जिस में सन के कपड़े का काम होता था।
और योकीम और कोजेबा के मनुष्य और योआश और साराप जो मोआब में प्रभुता करते थे और याशूब, लेहेम इनका वृत्तान्त प्राचीन है।
ये कुम्हार थे, और नताईम और गदेरा में रहते थे जहां वे राजा का कामकाज करते हुए उसके पास रहते थे।
शिमोन के पुत्रा नमूएल, यामीन, यारीब, जेरह और शाऊल।
और शाऊल का पुत्रा शल्लूम, शल्लूम का पुत्रा मिबसाम और मिबसाम का मिश्मा हुआ।
और मिश्मा का पुत्रा हम्मूएल, उसका पुत्रा जक्कूर, और उसका पुत्रा शिमी।
शिमी के सोलह बेटे और छे बेटियां हुई परन्तु उसके भाइयों के बहुत बेटे न हुए; और उनका सारा कुल यहूदियों के बराबर न बढ़ा।
वे बेर्शबा, मोलादा, हसर्शूआल।
बिल्हा, एसेम, तोलाद।
बतूएल, होर्मा, सिल्कग,
बेतमर्काबोत, हसर्सूसीम, बेतबिरी और शारैम में बस गए; दाऊद के राजय के समय तक उनके ये ही नगर रहे।
और उनके गांव एताम, ऐन, रिम्मोन, तोकेन और आशान नाम पांच नगर।
और बाल तक जितने गांव इन नगरों के आसपास थे, उनके बसने के स्थान ये ही थे, और यह उनकी वंशावली हैं।
फिर मशोबाब और यम्लेक और अपस्याह का पुत्रा योशा।
और योएल और योशिब्याह का पुत्रा येहू, जो सरायाह का पोता, और असीएल का परमोता था।
और एल्योएनै और याकोबा, यशोहायाह और असायाह और अदीएल और यसीमीएल और बनायाह।
और शिपी का पुत्रा जीजा जो अल्लोन का पुत्रा, यह यदायाह का पुत्रा, यह शिम्री का पुत्रा, यह शमायाह का पुत्रा था।
ये जिनके नाम लिखें हुए हैं, अपने अपने कुल में प्रधान थे; और उनके पितरों के घराने बहुत बढ़ गए।
ये अपनी भेड़- बकरियों के लिये चराई ढूंढ़ने को गदोर की घाटी की तराई की पूर्व ओर तक गए।
और उनको उत्तम से उत्तम चराई मिली, और देश लम्बा- चौड़ा, चैत और शांति का था; क्योंकि वहां के पहिले रहनेवाले हाम के वंश के थे।
और जिनके नाम ऊपर लिखे हैं, उन्हों ने यहूदा के राजा हिजकिरयाह के दिनों में वहां आकर जो मूनी वहां मिले, उनको डेरों समेत मारकर ऐसा सत्यानाश कर डाला कि आह तक उनका पता नहीं है, और वे उनके स्थान में रहने लगे, क्योंकि वहां उनकी भेड़- बकरियों के लिये चराई थीं।
और उन में से अर्थात् शिमोनियों में से पाच सौ पुरूष अपने ऊपर पलत्याह, नार्याह, रपायाह और उज्जीएल नाम यिशी के पुत्रों को अपने प्रधान ठहराया;
तब वे सेईद पहाड़ को गए, और जो अमेलेकी बचकर रह गए थे उनको मारा, और आज के दिन तब वहां रहते हैं।

5

इस्राएल का जेठा तो रूबेन था, परन्तु उस ने जो अपने पिता के बिछौने को अशुद्व किया, इस कारण जेठे का अधिकार इस्राएल के पुत्रा यूसुफ के पुत्रों को दिया गया। वंशावली जेठे के अधिकार के अनुसार नहीं ठहरी।
क्योकि यहूदा अपने भइयों पर प्रबल हो गया, और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था।
इस्राएल के जेठे पुत्रा रूबेन के पुत्रा ये हुए, अर्थात् हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कम ।
और योएल के पुत्रा शमायाह, शमायाह का गोग, गोग का शिमी।
शिमी का मीका, मीका का रायाह, रायाह का बाल।
और बाल का पुत्रा बेरा, इसको अश्शूर का राजा तिलगतपिलनेसेर बन्धुआई में ले गया; और वह रूबेनियो का प्रधान था।
और उसके भाइयों की चंशवली के लिखते यमय वे अपने अपने कुल के अनुसार ये ठहरे, अर्थात् मुख्य तो यीएल, फिर जकर्याह।
और अजाज का पुत्रा बेला जो शेमा का पोता और योएल का परपोता था, वह अरोएर में और नबो और बाल्मोन तक रहता था।
और पूर्व ओर वह उस जंगल के सिवाने तक रहा जो परात महानद तक महुंचाता है, क्योंकि उनके पशु गिलाद देश में बढ़ गए थे।
और शऊल के दिनों में उन्हों ने हग्रियों से युठ्ठ किया, और हग्री उनके हाथ से मारे गए; तब वे गिलाद की सारी पूरबी अलंग में अपने डेरों में रहने लगे।
गादी उनके साम्हने सल्का तक बाशान देश में रहते थे।
अर्थात् मुख्य तो योएल और दूसरा शापाम फिर यानै और शापात, ये बाशान में रहते थे।
और उनके भाई अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार मीकाएल, मशुल्लाम, शेबा, योरै, याकान, जी और एबेर, सात थे।
ये अबीहैल के पुत्रा थे, जो हूरी का पुत्रा था, यह योराह का पुत्रा, यह गिलाद का पुत्रा, यह मिकाएल का पुत्रा, यह यशीशै का पुत्रा, यह यहदो का पुत्रा, यह बूज का पुत्रा था।
इनके पितरों के घरानों का मुख्य पूरूष अब्दीएल का पुत्रा, और गूनी का पोता अही था।
ये लोग बाशान में, गिलाद और उसके गांवों में, और शारोन की सब चराइयों में उसकी परली ओर तक रहते थे।
इन सभों की वंशावली यहूदा के राजा योनातन के दिनों और इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में लिखी गई।
रूबेनियों, गादियों और मनश्शें के आधे गोत्रा के योठ्ठा जो ढाल बान्धने, तलवार चलाने, और धनुष के तीर छोड़ने के योग्य और युठ्ठ करना सीखे हुए थे, वे चौवालीस हजार सात सौ साठ थे, जो युठ्ठ में जाने के योग्य थे।
इन्हों ने हग्रियों और यतूर नापीश और नोदाब से युठ्ठ किया था।
उनके विरूद्ध इनको सहायता मिली, और अग्री उन सब समेत जो उनके साथ थे उनके हाथ में कर दिए गए, क्योंकि युठ्ठ में इन्हों ने परमेश्वर की दोहाई दी थी और उस ने उनकी बिनती इस कारण सुनी, कि इन्हों ने उस पर भरोसा रखा था।
और इन्हों ने उनके पशु हर लिए, अर्थात् ऊंट तो पचास हजार, भेड़- बकरी अढ़ाई लाख, गदहे दो हजार, और मनुष्य एक लाख बन्धुए करके ले गए।
और बहुत से मरे पड़े थे क्योंकि वह लड़ाई परमेश्वर की ओर से हुई। और ये उनके स्थान में बन्शुआई के समय तक बसे रहे।
फिर मनश्शे के आधे गोत्रा की सन्तान उस देश में बसे, और वे बाशान से ले बाल्हेम न, और सनीर और हेम न पर्वत तक फैल गए।
और उनके पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष ये थे, अर्थात् एपेर, यिशी, एलीएल, अज्रीएल, यिर्मयाह, होदरयाह और यहदीएल, ये बड़े वीर और नामी और अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष थे।
और उन्हों ने अपने पितरों के परमेश्वर से विश्वासघात किया, और उस देश के लोग जिनको परमेश्वर ने उनके साम्हने से विनाश किया था, उनके देवताओं के पीछे रयभिचारिन की नाई हो लिए।
इसलिये इस्राएल के परमेश्वर ने अश्शूर के राजा पूल और अश्शूर के राजा तिलगत्पिलनेसेर का मन उभारा, और इन्हों ने उन्हें अर्थात् रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रा के लोगों को बन्धुआ करके हलह, हाबोर और हारा और गोजान नदी के पास पहुंचा दिया; और वे आज के दिन तक वहीं रहते हैं।

6

लेवी के पुत्रा गेश न, कहात और मरारी।
और कहात के पुत्रा, अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल।
और अम्राम की सन्तान हारून, मूसा और मरियंम, और हारून के पुत्रा, नादाब, अबीहू, एलीआज़र और ईतामार।
एलीआज़र से पीनहास, पीनहास से अबीशू।
अबीशू से बुक्की, बुक्की से उज्जी।
उज्जी से जरह्माह, जरह्माह से मरायोत।
मरायोत से अमर्याह, अमर्याह से अहीतूब।
अहीतूब से सादोक, सादोक से अहीमास।
अहीमास से अजर्याह, अजर्याह से योहानान।
और योहानान से अजर्याह, उत्पन्न हुआ ( जो सुलैमान के यरूशलेम में बनाए हुए भवन में याजक का काम करता था )
फिर अजर्याह से अमर्याह, अमर्याह से यहीतूब।
यहीतूब से सादोक, सादोक से शल्लूम।
शल्लूम से हिलकिरयाह, हिलकिरयाह से अजर्याह।
अजर्याह से सरायाह, और सरायाह से यहोसादाक उत्पन्न हुआ।
और जब यहोवा, यहूदा और यरूशलेम को नबूकदनेस्सर के द्वारा बन्धुआ करके ले गया, तब यहोसादाक भी बन्धुआ होकर गया।
लेवी के पुत्रा गेश म, कहात और मरारी।
और गेश म के पुत्रों के नाम ये थे, अर्थात् लिब्नी और शिमी।
और कहात के पुत्रा अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल।
और मरारी के पुत्रा महली और मूशी और अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार लेवियों के कुल ये हुए।
अर्थात्, गेश न का पुत्रा लिब्नी हुआ, लिब्नी का यहत, यहत का जिम्मा।
जिम्मा का योआह, योआह का इद्दॊ, इद्दॊ का जेरह, और जेरह का पुत्रा यातरै हुआ।
फिर कहात का पुत्रा अम्मीनादाब हुआ, अम्मीनादाब का कोरह, कोरह का अस्सीर।
अस्सीर का एल्काना, एल्काना का एब्यासाप, एब्यासाप का अस्सीर।
अस्सीर का तहत, तहत का ऊरीएल, ऊरीएल का उज्जिरयाह और उज्जिरयाह का पुत्रा शाऊल हुआ।
फिर एल्काना के पुत्रा अमासै और अहीमोत।
एल्काना का पुत्रा सोपै, सोपै का नहत।
नहत का एलीआब, एलीआब का यरोहाम, और यरोहाम का पुत्रा एल्काना हुआ।
और शमूएल के पुत्रा, उसका जेठा योएल और दूसरा अबिरयाह हुआ।
फिर मरारी का पुत्रा महली, महली का लिब्नी, लिब्नी का शिमी, शिमी का उज्जा।
उज्जा का शिमा; शिमा का हग्गिरयाह और हग्गिरयाह का पुत्रा असायाह हुआ।
फिर जिनको दाऊद ने सन्दूक के ठिकाना पाने के बाद यहोवा के भवन में गाने के अधिकारी ठहरा दियया वे ये हैं।
जब तब सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका, तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के साम्हने गाने के द्वारा सेवा करते थे; और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे।
जो अपने अपने पुत्रों समेत उपस्थित हुआ करते थे वे ये हैं, अर्थात् कहातियों में से हेमान गवैया जो योएल का पुत्रा था, और योएल शमुएल का।
शमूएल एल्काना का, एल्काना यरोहाम का, यरोहाम एलीएल का, एलीएल तोह का।
तोह सूप का, सूप एल्काना का, एल्काना महत का, महत अमासै का।
अमासै एल्काना का, एल्काना योएल का, योएल अजर्याह का, अजर्याह सपन्याह का।
समन्याह तहत का, तहत अस्सीर का, अस्सीर एब्यासाप का, एटयासाप कोरह का।
कोरह यिसहार का, यिसहार कहात का, कहात लेवी का और लेवी इस्राएल का पुत्रा था।
और उसका भाई असाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्रा था, और बेरेक्याह शिमा का।
शिमा मीकाएल का, मीकाएल बासेयाह का, बासेयाह मल्मिरयाह का।
मल्किरयाह एत्नी का, एत्नी जेरह का, जेरह अदायाह का।
अदायाह एतान का, एतान जिम्मा का, जिम्मा शिमी का।
शिमी यहत का, यहत गेश म का, गेश म लेवी का पुत्रा था।
और बाई ओर उनके भाई मरारी खड़े होते थे, अर्थात् एताव जो कीशी का पुत्रा था, और कीशी अब्दी का, अब्दी मल्लूक का।
मल्लूक हशब्याह का, हशब्याह अमस्याह का, अमस्याह हिलकिरयाह का।
हिलकिरयाह अमसी का, अमसी बानी का, बानी शेमेर का।
शेमेर महली का, महली मूशी का, मूशी मरारी का, और मरारी लेवी का पुत्रा था।
और इनके भाई जो लेवीय थे वह परमेश्वर के भवन के निवास की सब प्रकार की सेवा के लिये अर्पण किए हुए थे।
परन्तु हारून और उसके पुत्रा होपबलि की वेदी, और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते, और परम पवित्रास्थान का सब काम करते, और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे, जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएं दी थीं।
और हारून के वंश में ये हुए, अर्थात् उसका पुत्रा एलीआजर हुआ, और एलीआजर का पीनहास, पीनहास का अबीशू।
अबीशू का बुक्की, बुक्की का उज्जी, उज्जी का जरह्माह।
जरह्माह का मरायोत, मरायोत का अमर्याह, अमर्याह का अहीतूब।
अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्रा हुआ।
और उनके भागों में उनकी छावनियों के अनुसार उनकी बस्तियां ये हैं, अर्थात् कहात के कुलों में से पहिली चिट्ठी जो हारून की सन्तान के नाम पर निकली।
अर्थात् चारों ओर की चराइयों समेत यहूदा देश का हेब्रोन उन्हें मिला।
परन्तु उस नगर के खेत और गांव यपुन्ने के पुत्रा कालेब को दिए गए।
और हारून की सन्तान को शरणनगर हेब्रोन, और चराइयों समेत लिब्ना,
और यत्तीर और अपनी अपनी चराइयों समेत एशतमो। हीलेन, दबीर।
आशान और बेतशेमेश।
और बिन्यामीन के गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत गेबा, अल्लेमेत और अनातोत दिए गए। उनके घरानों के सब नगर तेरह थे।
और शेष कहातियों के गोत्रा के कुल, अर्थात् मनश्शे के आधे गोत्रा में से चिट्ठी डालकर दस नगर दिए गए।
और गेश मियों के कुलों के अनुसार उन्हें इस्साकार, आशेर और नप्ताली के गोत्रा, और बाशान में रहनेवाले मनश्शे के गोत्रा में से तेरह नगर मिले।
मरारियों के कुलों के अनुसार उन्हें रूबेन, गाद और जबूलून के गोत्रों में से चिट्ठी डालकर बारह नगर दिए गए।
और इस्राएलियों ने लेवियों को ये नगर चराइयों समेत दिए।
और उन्हों ने यहूदियों, शिमोनियों और बिन्यामीनियों के गोत्रों में से वे नगर दिए, जिनके नाम ऊपर दिए गए हैं।
और कहातियों के कई कुलों को उनके भाग के नगर एप्रैम के गोत्रा में से मिले।
सो उनको अपनी अपनी चराइयों समेत एप्रैम के पहाड़ी देश का शकेम जो शरण नगर था, फिर गेजेर।
योकमाम, बेथेरोन।
अरयालोन और गत्रिम्मोन।
और मनश्शे के आधे गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत आनेर और बिलाम शेष कहातियों के कुल को मिले।
फिर गेश मियों को मनश्शे के आधे गोत्रा के कुल में से तो अपनी अपनी चराइयों समेत बाशान का गोलान और अशतारोत।
और इस्साकार के गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत केदेश, दाबरात।
रामोत और आनेम,
और आशेर के गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत माशाल, अब्दोन।
हूकोक और रहोब।
और नप्ताली के गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत गालील का केदेश हम्मोन और किर्यातैम मिले।
फिर शेष लेवियों अर्थात् मरारियों को जबूलून के गोत्रा में से तो अपनी अपनी चराइयों समेत शिम्मोन और ताबोर।
और यरीहो के पास की यरदन नदी की पूर्व और रूबेन के गोत्रा में से तो अपनी अपनी चराइयों समेत जंगल का बेसेर, यहसा।
कदेमोत और मेपाता।
और गाद के गोत्रा में से अपनी अपनी चराइयों समेत गिलाद का रामोत महनैम,
हेशोबोन और याजेर दिए गए।

7

इस्साकार के पुत्रा तोला, पूआ, याशूब और शिम्रोन, चार थे।
और तोला के पुत्रा उज्जी, रपायाह, यरीएल, यहमै, यिबसाम और शमूएल, ये अपते अपते पितरों के घरानों अर्थात् तोला की सन्तान के मुख्य पुरूष और बड़े वीर थे, और दाऊद के दिनों में उनके वंश की गिनती बाईस हजार छे सौ थी।
और उज्जी का पुत्रा यिज्रह्माह, और यिज्रह्माह के पुत्रा मीकाएल, ओबद्याह, योएल और यिश्शिरयह पांच थे; ये सब मुख्य पुरूष थे।
और उनके साथ उनकी वंशावलियों और पितरों के घरानों के अनुसार सेना के दलों के छत्तीस हजार योठ्ठा थे; क्योंकि उनके बहुत स्त्रियां और पुत्रा थे।
और उनके भाई जो इस्साकार के सब कुलों में से थे, वे सत्तासी हजार बड़े वीर थे, जो अपनी अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए।
बिन्यामीन के पुत्रा बेला, बेकेर और यदीएल ये तीन थे।
बेला के पुत्रा : एसबोन, उज्जी, उज्जीएल, यरीमोत और ईरी ये पांच थे। ये अपने अपने पितरों के घरातों के मुख्य पुरूष और बड़े वीर थे, और अपनी अपनी वंशाबली के अनुसार उनकी गिनती बाईस हजार चौंतीस थी।
और बेकेर के पुत्रा : जमीरा, योआश, बलीएजेर, एल्योएनै, ओम्री, यरेमोत, अबिरयाह, अनातोत और आलेमेत ये सब बेकेर के पुत्रा थे।
ये जो अपने अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष और बड़े वीर थे, इनके वंश की गिनती अपनी अपनी वंशावली के अनुसार बीस हजार दो सौ थी।
और यदीएल का पुत्रा बिल्हान, और बिल्हान के पुत्रा, यूश, बिन्यामीन, एहूद, कनाना, जेतान, तश श और अहीशहर थे।
ये सब जो यदीएल की सन्तान और अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष और बड़े वीर थे, इनके वंश से सेना में युठ्ठ करने के याग्य सत्राह हजार दो सौ पुरूष थे।
और ईर के पुत्रा शुप्पीम और हुप्पीम और अहेर के पुत्रा हूशी थे।
नप्ताली के पुत्रा, एहसीएल, गूनी, येसेर और शल्लूम थे, ये बिल्हा के पोते थे।
मनश्शे के पुत्रा, अस्रीएल जो उसकी अरामी रखेली स्त्री से उत्पन्न हुआ था; और उस अरामी स्त्री ने गिलाद के पिता माकीर को भी जन्म दिया।
और माकीर ( जसकी बहिन का नाम माका था ) उस ने हुप्पीम और शुप्पीम के लिये स्त्रियां ब्याह लीं, और दूसरे का नाम सलोफाद था, और सलोफाद के बेटियां हुई।
फिर माकीर की स्त्री माका के एक पुत्रा उत्पन्न हुआ और उसका नाम पेरेश रखा; और उसके भाई का नाम शेरेश था; और इसके पुत्रा ऊलाम और राकेम थे।
और ऊलाम का पुत्रा बदान। ये गिलाद की सन्तान थे जो माकीर का पुत्रा और मनश्शे का पोता था।
फिर उसकी बहिन हम्मोलेकेत ने ईशहोद, अबीएजेर और महला को जन्म दिया।
और शमीदा के पुत्रा अह्मान, शेकेम, लिखी और अनीआम थे।
और एप्रैम के पुत्रा शूतेलह और शूतेलह का बेरेद, बेरेद का तहत, तहत का एलादा, एलादा का तहत।
तहत का जाबाद और जाबाद का पुत्रा शूतेलह हुआ, और येजेर और एलाद भी जिन्हें गत के मनुष्यों ने जो उस देश में उत्पन्न हुए थे इसलिये घात किया, कि वे उनके पशु हर लेने को उतर आए थे।
सो उनका पिता एप्रैम उनके लिये बहुत दिन शोक करता रहा, और उसके भाई उसे शांति देने को आए।
और वह अपनी पत्नी के पास गया, और उस ने गर्भवती होकर एक पुत्रा को जन्म दिया और बप्रैम ने उसका नाम इस कारण बरीआ रखा, कि उसके घराने में विपत्ति पड़ी थी।
(और उसकी पुत्री शेरा थी, जिस ने निचले और ऊपरवाले दोनों बेथोरान नाम नगरों को और उज्जेनशेरा को दृढ कराया। )
और उसका पुत्रा रेपा था, और रेशेप भी, और उसका पुत्रा तेलह, तेलह का तहन, तहन का लादान,
लादान का अम्मीहूद, अम्मीहूद का एलीशामा।
एलीशमा का नून, और नून का पुत्रा यहोशू था।
और उनकी निज भूमि और बस्तियां गांवों समेत बेतेल और पूर्व की ओर नारान और पश्चिम की ओर गांवों समेत गेजेर, फिर गांवों समेत शकेम, और गांवों समेत अज्जा थीं।
और मनश्शेइयों के सिवाने के पास अपने अपने गांवों समेत बेतशान, तानाक, मगिद्दॊ और दोर। इन में इस्राएल के पुत्रा युसुफ की सन्तान के लोग रहते थे।
आशेर के पुत्रा, यिम्ना, यिश्वा, यिश्वी और बरीआ, और उनकी बहिन सेरह हुई।
और बरीआ के पुत्रा, हेबेर और मल्कीएल और यह बिज त का पिता हुआ।
और हेबेर ने यपलेत, शोमेर, होताम और उनकी बहिन शूआ को जन्म दिया।
और यपलेत के पुत्रा पासक बिम्हाल और अश्वात। यपलेत के ये ही पुत्रा थे।
और शेमेर के पुत्रा, अही, रोहगा, यहुब्बा और अराम थे।
और उसके भाई हेलेम के पुत्रा सोपह, यिम्ना, शेलेश और आमाल थे।
और सोपह के पुत्रा, सूह, हर्नेपेर, शूआल, वेरी, इम्रा।
बेसेर, होद, शम्मा, शिलसा, यित्रान और बेरा थे।।
और येतेर के पुत्रा, यपुन्ने, पिस्पा और अरा।
और उल्ला के पुत्रा, आरह, हन्नीएल और रिस्या।
ये सब आशेर के वुश में हुए, और अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष और बड़े से बड़े वीर थे और प्रधानों में मुख्य थे। और ये जो अपनी अपनी वंशावली के अनुसार सेना में युठ्ठ करने के लिये गिने गए, इनकी गिनती छब्बीस हजार थी।

8

बिन्यामीन से उसका जेठा बेला, दूसरा अशबेल, तीसरा अहृह,
चौथा नोहा और पांचवां रापा उत्पन्न हुआ।
और बेला के पुत्रा, अस्रार, गेरा, अबीहूद।
अबीशू, नामान, अहोह,
गेरा, शपूपान और हूराम थे।
और एहूद के पुत्रा ये हुए ( गेबा के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष ये थे, जिन्हें बन्धुआई में मानहत को ले गए थे ) ।
और नामान, अहिरयाह और गेरा ( इन्हें भी बन्धुआ करके मानहत को ले गए थे ), और उस ने उज्जा और अहिलूद को जन्म दिया।
और शहरैम से हशीम और बारा नाम अपनी स्त्रियों को छोड़ देने के बाद मोआब देश में लड़के उत्पन्न हुए।
और उसकी अपनी स्त्री होदेश से योआब, सिब्या, मेशा, मल्काम, यूस, सोक्या,
और मिर्मा उत्पन्न हुए उसके ये पुत्रा अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष थे।
और हूशीम से अबीतूब और एल्पाल का जन्म हुआ।
एल्पाल के पुत्रा एबेर, मिशाम और शेमेर, इसी ने ओनो और गांवों समेत लोद को बसाया।
फिर वरीआ और शेमा जो अरयालोन के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष थे, और जिन्हों ने गत के निवासियों को भगा दिया।
और अह्मो, हासक, यरमोत।
जबद्याह, अराद, एदेर।
मीकाएल, यिस्पा, योहा, जो बीआ के पुत्रा थे।
जबद्याह, मशुल्लाम, हिजकी, हेबर।
यिशमरै, यिजलीआ, योबाब, जो एल्पाल के पुत्रा थे।
और याकीम, जिक्री, जब्दी।
एलीएनै, सिल्लतै, एलीएल।
अदायाह, बरायाह और शिम्रात जो शिमी के पुत्रा थे।
और यिशपान, यबेर, एलीएल।
अब्दोन, जिक्री,हानान।
हनन्याह, एलाम, अन्तोतिरयाह।
यिपदयाह और पनूएल जो शाशक के पुत्रा थे।
और शमशरै, शहर्याह, अतल्याह।
योरेश्याह, एलिरयाह और जिक्र जो यरोहाम के पुत्रा थे।
ये अपनी अपनी पीढ़ी में अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष और प्रधान थे, ये यरूशलेम में रहते थे।
और गिबोन में गिबोन का पिता रहता था, जिसकी पत्नी का ताम माका था।
और उसका जेठा पुत्रा अब्दोन था, फिर शूर, कीश, बाल, नादाब।
गदोर; अह्मो और जेकेर हुए।
और मिकोत से शिमा उत्पन्न हुआ। और ये भी अपने भइयों के साम्हने यरूशलेम में रहते थे, अपने भाइयों ही के साथ।
और नेर से कीश उत्पन्न हुआ, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलकीश, अबीनादाब, और एशबाल उत्पन्न हुआ।
और योनातन का पुत्रा मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ।
और मीका के पुत्रा पीतोन, मेलेक, तारे और आहाज।
और आहाज से यहोअस्रा उत्पन्न हुआ। और यहोअस्रा से आलेमेत, अजमावेत और जिम्री; और जिम्री से मोसा।
मोसा से बिना उत्पन्न हुआ। और इसका पुत्रा रापा हुआ, रापा का एलासा और एलासा का पुत्रा आसेल हुआ।
और आसेल के छे पुत्रा हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात् अज्रीकाम, बोकरू, यिश्माएल, शार्याह, ओबद्याह, और हानान। ये ही सब आसेल के पुत्रा थे।
ओर उसके भाई एशेक के ये पुत्रा हुए, अर्थात् उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूशा, तीसरा एलीपेलेत।
और ऊलाम के पुत्रा शूरवीर और धनुर्धारी हुए, और उनके बहुत बेटे- पोते अर्थात् डेढ़ सौ हुए। ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे।

9

इस प्रकार सब इस्राएली अपनी अपनी वंशावली के अनुसार, जो इस्राएल के राजाओं के वृत्तान्त की पुस्तक में लिखी हैं, गिने गए। और यहूदी अपने विश्वासघात के कारण बन्धुआई में बाबुल को पहुंचाए गए।
जो लोग अपनी अपनी निज भूमि अर्थात् अपने नगरों में रहते थे, वह इस्राएली, याजक, लेवीय और नतीन थे।
और यरूशलेम में कुछ यहूदी; कुछ बिन्यामीन, और कुछ एप्रैमी, और मनश्शेई, रहते थे :
अर्थात् यहूदा के पुत्रा पेरेस के वंश में से अम्मीहूद का पुत्रा ऊतै, जो ओम्री का पुत्रा, और इम्री का पोता, और बानी का परपोता था।
और शीलोइयों में से उसका जेठा पुत्रा असायाह और उसके पुत्रा।
और जेरह के वंश में से यूएल, और इनके भई, ये छे सौ नब्बे हुए।
फिर बिन्यामीन के वंश में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्रा, होदरयाह का पोता, और हस्सनूआ का परपोता था।
और यिब्रिरयाह जो यरोहाम का पुत्रा था, एला जो उज्जी का पुत्रा, और मिक्री का पोता था, और मशुल्लाम जो शपत्याह का पुत्रा, रूएल का पोता, और यिब्निरयाह का परपोता था;
और इनके भाई जो अपनी अपनी वंशावली के अनुसार मिलकर नौ सौ छप्पन। ये सब पुरूष अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार पितरों के घरानों में मुख्य थे।
और याजकों में से यदायाह, यहोयारीब और याकीन,
और अजर्याह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिलकिरयाह का पुत्रा था, यह पशुल्लाम का पुत्रा, यह सादोक का पुत्रा, यह मरायोत का पुत्रा, यह अहीतूब का पुत्रा था।
और अदायाह जो यरोहाम का पुत्रा था, यह पशहूर का पुत्रा, यह मल्कियाह का पुत्रा, यह मासै का पुत्रा, यह अदोएल का पुत्रा, यह जेरा का पुत्रा, यह पशुल्लाम का पुत्रा, यह मशिल्लीत का पुत्रा, यह इम्मेर का पुत्रा था।
और उनके भाई थे, जो अपने अपने पितरों के घरानों में सत्राह सौ साठ मुख्य पुरूष थे, वे परमेश्वर के भवन की सेवा के काम में बहुत निपुण पुरूष थे।
फिर लेवियों में से मरारी के वंश में से शमायाह जो हश्शूव का पुत्रा, अज्रीकाम का पोता, और हशरयाह का परपोता था।
और बकबक्कर, हेरेश और गालाल और आसाप के वंश में से मत्तन्याह जो मीका का पुत्रा, और जिक्री का पोता था।
और ओबद्याह जो शमायाह का पुत्रा, गालाल का पोता और यदूतून का परपोता था, और बेरेक्याह जो आसा का पुत्रा, और एल्काना का पोता था, जो नतोपाइयों के गांवों में रहता था।
ओर द्वारपालों में से अपने अपने भइयों सहित शल्लूम, अक्कूब, तल्मोन और अहीमान, उन में से मुख्य तो शल्लूम था।
और वह अब तक पूर्व ओर राजा के फाटक के पास द्वारपाली करता था। लेवियों की छावनी के द्वारपाल ये ही थे।
और शल्लूम जो कोरे का पुत्रा, एब्यासाप का पोता, और कोरह का परपोता था, और उसके भाई जो उसके मूलपुरूष के घराने के अर्थात् कोरही थे, वह इस काम के अधिकारी थे, कि वे तम्बू के द्वारपाल हों। उनके पुरखा तो यहोवा की छावनी के अधिकारी, और पैठाव के रवावाले थे।
और अगले समय में एलीआज़र का पुत्रा पीनहास जिसके संग यहोवा रहता था वह उनका प्रधान था।
मेशेलेम्याह का पुत्रा जकर्याह मिलापवाले तम्बू का द्वारपाल था।
ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए, वह दो सौ बारह थे। ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दश ने विश्वासयोग्य जानकर ठहराया था, वह अपने अपने गांव में अपनी अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए।
सो वे और उनकी सन्तान यहोवा के भवन अर्थात् तम्बू के भवन के फाटकों का अधिकार बारी बारी रखते थे।
द्वारपाल पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्खिन, चारों दिशा की ओर चौकी देते थे।
ओर उनके भाई जो गांवों में रहते थे, उनको सात सात दिन के बाद बारी बारी से उनके संग रहने के लिये आना पड़ता था।
क्योंकि चारों प्रधान द्वारपाल जो लेवीय थे, वे विश्वासयोग्य जानकर परमेश्वर के भवन की कोठरियों और भण्डारों के अधिकारी ठहराए गए थे।
और वे परमेश्वर के भवन के आसपास इसलिये रात बिताते थे, कि उसकी रक्षा उन्हें सौंपी गई थी, और भोर- भोर को उसे खोलना उन्हीं का काम था।
और उन में से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे, क्योंकि ये गिनकर भीतर पहुंचाए, और गिनकर बाहर तिकाले भी जाते थे।
और उन में से कुछ सामान के, और पवित्रास्थान के पात्रों के, और मैदे, दाखमधु, तेल, लोबान और सुगन्धद्ररयों के अधिकारी ठहराए गए थे।
और याजकों के पुत्रों में से कुछ सुगन्धद्ररयों में गंधी का काम करते थे।
और मतित्याह नाम एक लेवीय जो कोरही शल्लूम का जेठा था उसे बिश्वासयोग्य जानकर तवों पर बनाई हुई वस्तुओं का अधिकारी नियुक्त किया था।
और उसके भइयों अर्थात कहातियों में से कुछ तो भंटवाली रोटी के अधिकारी थे, कि हर एक विश्रामदिन को उसे तैयार किया करें।
और ये गवैये थे जो लेवीय पितरों के घरानों में मुख्य थे, और कोठरियों में रहते, और और काम से छूटे थे; क्योंकि वे रात- दिन अपने काम में लगे रहते थे।
ये ही अपनी अपनी पीढ़ी में लेवियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष थे, ये यरूशलेम में रहते थे।
और गिबोन में गिबोन का पिता यीएल रहता था, जिसकी पत्नी का नाम माका थ।
उसका जेठा पुत्रा अब्दोन हुआ, फिर सुर, कीश, बाल, नेर, नादाब।
गदोर, अह्मो, जकर्याह और मिल्कोत।
और मिल्कोत से शिमाम उत्पन्न हुआ और ये भी अपने भइयों के साम्हने अपने भइयों के संग यरूशलेम में रहते थे।
और नेर से कीश, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मल्कीश, अबीनादाब और एशबाल उत्पन्न हुए।
और योनातान का पुत्रा मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ।
और मीका के पुत्रा पीतोन, मेलेक, तह्रे और अहाज थे।
और अहाज से यारा और यारा से आलेमेत, अजमावेत और जिम्री, और जिम्री से मोसा।
और मोसा से बिना उत्पन्न हुआ और बिना का पुत्रा रपायाह हुआ, रपायाह का एलासा, और एलासा का पुत्रा आसेल हुआ।
और आसेल के छे पुत्रा हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात् अज्रीकाम, बोकरू, यिश्माएल, शार्याह, ओबद्याह और हतान; आसेल के ये ही पुत्रा हुए।

10

पलिश्ती इस्राएलियों से लड़े; और इस्राएली पलिश्तियों के साम्हने से भागे, और गिलबो नाम पहाड़ पर मारे गए।
और पलिश्ती शाऊल और उसके पुत्रों के पीछे लगे रहे, और पलिश्तियों ने शाऊल के पुत्रा योनातान, अबीनादाब और मल्कीशू को मार डाला।
और शाऊल के साथ धमासान युठ्ठ होता रहा और धनुर्धारियों ने उसे जा लिया, और वह उनके कारण रयाकुल हो गया।
तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा, अपनी तलवार खींचकर मुझे झोंक दे, कहीं ऐसा न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मेरी ठट्ठा करें, परन्तु उसके हथियार ढोनेवाले ने भयभीत होकर ऐसा करने से इनकार किया, तब शाऊल अपनी तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा।
यह देखकर कि शाऊल मर गया है उसका हथियार ढोनेपसल भी अपनी तलवार पर आप गिरकर मर गया।
यों शाऊल और उसके तीनों पुत्रा, और उसके घराने के सब लोग एक संग मर गए।
यह देखकर कि वे भाग गए, और शाऊल और उसके पुत्रा मर गए, उस तराई में रहनेवाले सब इस्राएली मनुष्य अपने अपने नगर को छोड़कर भाग गए; और पलिश्ती आकर उन में रहने लगे।
दूसरे दिन जब पलिश्ती मारे हुओं के माल को लूटने आए, तब उनको शाऊल और उसके पुत्रा गिलबो पहाड़ पर पड़े हुए मिले।
तब उन्हों ने उसके वस्त्रों को उतार उसका सिर और हथियार ले लिया और पलिश्तियों के देश के सब स्थानों में दूतों को इसलिये भेजा कि उनके देवताओं और साधारण लोगों में यह शुभ समाचार देते जाएं।
तब उन्हों ने उसके हथियार अपने देवालय में रखे, और उसकी खोपड़ी को दागोन के मन्दिर में लटका दिया।
जब गिलाद के याबेश के सब लोगों ने सुना कि पलिश्तियों ने शाऊल से क्या क्या किया है।
तब सब शूरवीर चले और शाऊल और उसके पुत्रों की लोथें उठाकर याबेश में ले आए, और उनकी हडि्डयों को याबेश में एक बांज वृक्ष के तले गाड़ दिया और सात दिन तक अनशन किया।
यों शाऊल उस विश्वासघात के कारण मर गया, जो उस ने यहोवा से किया था; क्योंकि उस ने यहोवा का वचन टाल दिया था, फिर उस ने भूतसिध्दि करनेवाली से पूछकर सम्मति ली थी।
उस ने यहोवा से न पूछा था, इसलिये यहोवा ने उसे मारकर राज्य को यिशै के पुत्रा दाऊद को दे दिया।

11

तब सब इस्राएली दाऊद के पास हेब्रोन में इकट्ठे होकर कहने लगे, सुन, हम लोग और तू एक ही हड्डी और मांस हैं।
अगले दिनों में जब शाऊल राजा था, तब भी इस्राएलियों का अगुआ तू ही था, और तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझ से कहा, कि मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा, और मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान, तू ही होगा।
इसलिये सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास अए, और दाऊद ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के साम्हने वाचा बान्धी; और उन्हों ने यहोवा के वचन के अनुसार, जो उस ने शमूएल से कहा था, इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया।
तब सब इस्राएलियों समेत दाऊद यरूशलेम गया, जो यबूस भी कहलाता था, और वहां यबूसी नाम उस देश के निवासी रहते थे।
तब यबूस के निवासियों ने दाऊद से कहा, तू यहां आने नहीं पाएगा। तौभी दाऊद ने सिरयोन नाम गढ़ को ले लिया, वही दाऊदपुर भी कहलाता है।
और दाऊद ने कहा, जो कोई यबूसियों को सब से पहिले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा, तब सरूयाह का पुत्रा योआब सब से पहिले चढ़ गया, और सेनापति बन गया।
और दाऊद उस गढ़ में रहने लगा, इसलिये उसका नाम दाऊदपुर पड़ा।
और उस ने नगर के चारों ओर, अर्थात् मिल्लो से लेकर चारों ओर शहरपनाश् बनवाई, और योआब ने शेष नगर के खष्डहरों को फिर बसाया।
और दाऊद की प्रतिष्ठा अधिक बढ़ती गई और सेनाओं का यहोवा उसके संग था।
यहोवा ने इस्राएल के विष्य जो वचन कहा था, उसके अनुसार दाऊद के जिन शूरवीरों ने सब इस्राएलियों समेत उसके राज्य में उसके पक्ष में होकर, उसे राजा बनाने को ज़ोर दिया, उन में से मुख्य पुरूष ये हैं।
दाऊद के शूरवीरों की नामावली यह है, अर्थात् किसी हक्मोनी का पुत्रा याशोबाम जो तीसों में मुखय थ, उस ने तीन सै पुरूषों पर भाला चला कर, उन्हें एक ही समय में मार डाला।
उसके बाद अहोही दोदो का पुत्रा एलीआज़र जो तीनों महान वीरों में से एक था।
वह पसदम्मीम में जहां जव का एक खेत था, दाऊद के संग रहा जब पलिश्ती वहां युठ्ठ करने को इट्ठे हुए थे, और लोग पलिश्तियों के साम्हने से भाग गए।
तब उन्हों ने उस खेत के बीच में खड़े होकर उसकी रक्षा की, और पलिश्तियों को मारा, और यहोवा ने उनका बड़ा उठ्ठार किया।
और तीसों मुख्य पुरूषों में से तीन दाऊद के पास चट्टान को, अर्थात् अदुल्लाम नाम गुफा में गए, और पलिश्तियों की छावन रपाईम नाम तराई में पड़ी इई थी।
उस समय दाऊद गढ़ में था, और उस समय पलिश्तियों की एक चौकी बेतलेहेम में थी।
तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा, कौन मुझे बेतलेहेम के फाटक के पास के कुएं का पानी पिलाएगा।
तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी में टूट पड़े और बेतलेहेम के फाटक के कुएं से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इनकार किया और यहोवा के साम्हने अर्ध करके उण्डेला।
और उस ने कहा, मेरा परमेश्वर मुझ से ऐसा करना दूर रखे; क्या मैं इन मनुष्यों का लोहू पीऊं जिन्हों ने अपने प्राणों पर खेला है? ये तो अपने प्राण पर खेलकर उसे ले आए हैं। इसलिये उस ने वह पानी पीने से इनकार किया। इन तीन वीरों ने ये ही काम किए।
और अबीशै जो योआब का भाई था, वह तीनों में मुख्य था। और उस ने अपना भाला चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनों में नामी हो गया।
दूसरी श्रेणी के तीनों में वह अधिक प्रतिष्ठित था, और उनका प्रधान हो गया, परन्तु मुख्य तीनों का पद को न पहुंचा।
यहोयादा का पुत्रा बनायाह था, जो कबजेल के एक वीर का पुत्रा था, जिस ने बड़े बड़े काम किए थे, उस ने सिंह समान दो मोआबियों को मार डाला, और हिमऋतु में उस ने एक गड़हे में उतर के एक सिंह को मार डाला।
फिर उस ने एक डीलवाले अर्थात् पांच हाथ लम्बे मिस्री पुरूष को मार डाला, वह मिस्री हाथ में जुलाहों का ढेका का एक भाला लिए हुए था, परन्तु बनायाह एक लाठी ही लिए हुए उसके पास गया, और मिस्री के हाथ से भाले को छीनकर उसी के भाले से उसे घात किया।
ऐसे ऐसे काम करके यहोयादा का पुत्रा बनायाह उन तीनों वीरों मे नामी हो गया।
वह तो तीसों से अधिक प्रतिष्ठित था, परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुंचा। उसको दाऊद ने अपनी निज सभा में सभासद किया।
फिर दलों के वीर ये थे, अर्थात् योआब का भाई असाहेल, बेतलेहेमी दोदो का पुत्रा एल्हानान।
हरोरी शम्मोत, पलोनी हेलेस।
तकोई इक्केश का पुत्रा ईरा, अनातोती अबीएजेर।
सिब्बके होसाती, अहोही ईलै।
महरै नतोपाई, एक और नतोपाई बाना का पुत्रा हेलेद।
बिन्यामीनियों के गिबा नगरवासी रीबै का पुत्रा इतै, पिरातोनी बनायाह।
गाशके नालों के पास रहनेवाला हूरै, अराबावासी अबीएल।
बहूरीमी अजमावेत, शल्बोनी एल्यहबा।
गीजोई हाशेम के पुत्रा, फिर हरारी शागे का पुत्रा योनातान।
हरारी सकार का पुत्रा अहीआम, ऊर का पुत्रा एलीपाल।
मकेराई हेपेर, पलोनी अहिरयाह।
कर्मेली हेस्रो, एज्बै का पुत्रा नारै।
नातान का भाई योएल, हग्री का पुत्रा मिभार।
मम्मोनी सेलेक, बेरोती नहरै जो सरूयाह के पुत्रा योआब का हथियार ढोनेवाला था।
येतेरी ईरा और गारेब।
हित्ती ऊरिरयाह, अहलै का पुत्रा जाबाद।
तीस पुरूषों समेत रूबेनी शीजा का पुत्रा अदीना जो रूबेनियों का मुखिया था।
माका का पुत्रा हानान, मेतेनी योशापात।
अशतारोती उज्जिरयाह, अरोएरी होताम के पुत्रा शामा और यीएल।
शिम्री का पुत्रा यदीएल और उसका भाई तीसी, योहा।
महवीमी एलीएल, एलनाम के पुत्रा यरीबै और योशरयाह,
मोआबी यित्मा, एलीएल, ओबेद और मसोबाई यासीएल।

12

जब दाऊद सिकलग में कीश के पुत्रा शाऊल के डर के मारे छिपा रहता था, तब ये उसके पास वहां आए, और ये उन वीरों में से थे जो युठ्ठ में उसके सहायक थे।
ये धनुर्धारी थे, जो दाहिने- बायें, दोनों हाथों से गोफन के पत्थर और धनुष के तीर चला सकते थे; और ये शाऊल के भाइयों में से बिन्यामीनी थे।
मुख्य तो अहीएजेर और दूसरा योआश था जो गिबावासी शमाआ का पुत्रा था; फिर अजमावेत के पुत्रा यजीएल और पेलेत, फिर बराका और अनातोती येहू।
और गिबोनी यिशमायाह जो तीसों में से एक वीर और उनके ऊपर भी था; फिर यिर्मयाह, यहजीएल, योहानान, गदेरावासी योजाबाद।
एलूजै, यरीमोत, बाल्याह, शमर्याह, हारूपी शपत्याह।
एल्काना, यिशिरयाह, अजरेल, योएजेर, याशोबाम, जो सब कोरहवंशी थे।
और गदोरवासी यरोहाम के पुत्रा योएला और जबद्याह।
फिर जब दाऊद जंबल के गढ़ में रहता था, तब ये गादी जो शूरवीर थे, और युठ्ठ विद्या सीखे हुए और ढाल और भाला काम में लानेवाले थे, और उनके मुह सिंह के से और वे पहाड़ी मृग के समान वेग से दौड़नेवाले थे, ये और गादियों से अलग होकर उसके पास आए।
अर्थात् मुख्य तो एजेर, दूसरा ओबद्याह, तीसरा एलीआब।
चौथा मिश्मन्ना, पांचपां यिर्मयाह।
छठा अत्तै, सातवां एलीएल।
आठवां योहानान, नौवां एलजाबाद।
दसवां यिर्मयाह और ग्यारहवां मकबन्नै था।
ये गादी मुख्य योठ्ठा थे, उन में से जो सब से छोटा था वह तो एक सौ के ऊपर, और जो सब से बड़ा था, वह हजार के ऊपर था।
ये ही वे हैं, जो पहिले महीने में जब यरदन नदी सब कड़ाड़ों के ऊपर ऊपर बहती थी, तब उसके पार उतरे; और पूर्व और पश्चिम दानों ओर के सब तराई के रहनेवालों को भगा दिया।
और कई एक बिन्यामीनी और यहूदी भी दाऊद के पास गढ़ में आए।
उन से मिलने को दाऊद निकला और उन से कहा, यदि तुम मेरे पास मित्राभाव से मेरी सहायता करने को आए हो, तब तो मेरा मन तुम से लगा रहेगा; परन्तु जो तुम मुझे धोखा देकर मेरे शत्रुओं के हाथ पकड़वाने आए हो, तो हमारे पितरों का परमेश्वर इस पर दृष्टि करके डांटे, क्योंकि मेरे हाथ से कोई उपद्रव नहीं हुआ।
अब आत्मा अमासै में समाया, जो तीसों वीरों में मुख्य था, और उस ने कहा, हे दाऊद ! हम तेरे हैं; हे यिशै के पुत्रा ! हम तेरी ओर के हैं, तेरा कुशल ही कुशल हो और तेरे सहायकों का कुशल हो, क्योंकि तेरा परमेश्वर तेरी सहायता किया करता है। इसलिये दाऊद ने उनको रख लिया, और अपने दल के मुखिये ठहरा दिए।
फिर कुछ मनश्शेई भी उस समय दाऊद के पास भाग गए, जब वह पलिश्तियों के साथ होकर शाऊल से लड़ने को गया, परन्तु उसकी कुछ सहायता न की, क्योंकि पलिश्तियों के सरदारों ने सम्मति लेने पर वह कहकर उसे बिदा किया, कि वह हमारे सिर कटवाकर अपने स्वामी शाऊल से फिर मिल जाएगा।
जब वह सिक्लग को जा रहा था, तब ये मनश्शेई उसके पास भाग गए; अर्थात् अदना, योजाबाद, यदीएल, मीकाएल, योजाबाद, एलीहू और सिल्लतै जो मनश्शे के हजारों के मुखिये थे।
इन्हों ने लुटेरों के दल के विरूद्ध दाऊद की सहायता की, क्योंकि ये सब शूरवीर थे, और सेना के प्रधान भी बन गए।
वरन प्रतिदिन लोग दाऊद की सहायता करने को उसके पास आते रहे, यहां तक कि परमेश्वर की सेना के समान एक बड़ी सेना बन गई।
फिर लोग लड़ने के लिये हथियार बान्धे हुए होब्रोन में दाऊद के पास इसलिये आए कि यहोवा के वचन के अनुसार शाऊल का राज्य उसके हाथ में कर दें : उनके मुखियों की गिनती यह है।
यहूदा के ढाल और भाला लिए हुए छे हजार आठ सौ हथियारबन्ध लड़ने को बाए।
शिमोनी सात हजार एक सौ तैयार शूरवीर लड़ने को आए।
लेवीय चार हजार छे सौ आए।
और हारून के घराने का प्रधान यहोयादा था, और उसके साथ तीन हजार सात सौ आए।
और सादोक नाम एक जवान वीर भी आया, और उसके पिता के घराने के बाईस प्रधान आए।
और शाऊल के भाई बिन्यामीनियों में से तीन हजार आए, क्योंकि उस समय तक आधे बिन्यामीनियों से अधिक शाऊल के घराने का पक्ष करते रहे।
फिर एप्रैमियों में से बड़े वीर और अपने अपने पितरों के घरानों में नामी पुरूष बीस हजार आठ सौ आए।
और मनश्शे के आधे गोत्रा में से दाऊद को राजा बनाने के लिये अठारह हजार आए, जिनके नाम बताए गए थे।
और इस्साकारियों में से जो समय को पहचानते थे, कि इस्राएल को क्या करना उचित है, उनके प्रधान दो सौ थे; और उनके सब भाई उनकी आज्ञा में रहते थे।
फिर जबूलून में से युठ्ठ के सब प्रकार के हथियार लिए हुए लड़ने को पांति बान्धनेवाले योठ्ठा पचास हजार आए, वे पांति बान्ध्नेवाले थे : और चंचल न थे।
फिर नप्ताली में से प्रधान तो एक हजार, और उनके संग ढाल और भाला लिए सैंतीस हजार आए।
और दानियों में से लड़ने के लिये पांति बान्धनेवाले अठाईस हजार छे सौ आए।
और आशेर में से लड़ने को पांति बान्धनेवाले चालीस हजार योठ्ठा आए।
और यरदन पार रहनेवाले रूबेनी, गादी और मनश्शे के आधे गोत्रियों में से युठ्ठ के सब प्रकार के हथियार लिए हुए एक लाख बीस हजार आए।
ये सब युठ्ठ के लिये पांति बान्धनेवाले दाऊद को सारे इस्राएल का राजा बनाने के लिये हेब्रोन में सच्चे मन से आए, और और सब इस्राएली भी दाऊद को राजा बनाने के लिये सहमत थे।
और वे वहां तीन दिन दाऊद के संग खाते पीते रहे, क्योंकि उनक भाइयों ने उनके लिये तैयारी की थी।
और जो उनके निकट वरन इस्साकार, जबूलून और नप्ताली तक रहते थे, वे भी गदहों, ऊंटों, खच्चरों और बैलों पर मैदा, अंजीरों और किशमिश की टिकियां, दाखमधु और तेल आदि भोजनवस्तु लादकर लाए, और बैल और भेड़- बकरियां बहुतायत से लाए; क्योंकि इस्राएल में आनन्द मनाया जारहा था।

13

और दाऊद ने सहस्त्रापतियों, शतपतियों और सब प्रधानों से सम्मति ली।
तब दाऊद ने इस्राएल की सारी मण्डली से कहा, यदि यह तुम को अच्छा लगे और हमारे परमेश्वर की इच्छा हो, तो इस्राएल के सब देशों में जो हमारे भाई रह गए हैं और उनके साथ जो याजक और लेवीय अपने अपने चराईवाले नगरों में रहते हैं, उनके पास भी यह कहला भेजें कि हमारे पास इकट्ठे हो जाओ।
और हम अपने परमेश्वर के सन्दमक को अपने यहां ले आएं; क्योंकि शाऊल के दिनों में हम उसके समीप नहीं जाते थे।
और समस्त मण्डली ने कहा, हम ऐसा ही करेंगे, क्योंकि यह बात उन सब लोगों की दृष्टि में उचित मालूम हुई।
तब दाऊद ने मिस्र के शीहोर से ले हमात की घाटी तब के सब इस्राएलियों को इसलिये इकट्ठा किया, कि परमेश्वर के सन्दूक को किर्यत्यारीम से ले आए।
तब दाऊद सब इस्राएलियों को संग लेकर बाला को गया, जो किर्यत्यारीम भी कहलाता और यहूदा के भाग में था, कि परमेश्वर यहोवा का सन्दूक वहां से ले आए; वह तो करूबों पर विराजनेवाला है, और उसका नाम भी यही लिया जाता है।
तब उन्हों ने परमेश्वर का सन्दूक एक नई गाड़ी पर चढ़ाकर, अबीनादाब के घर से निकाला, और उज्जा और अह्मो उस गाड़ी को हांकने लगे।
और दाऊद और सारे इस्राएली परमेश्वर के साम्हने तन मन से गीत गाते और बीणा, सारंगी, डफ, झांझ और तुरहियां बजाते थे।
जब वे कीदोन के खलिहान तक आए, तब उज्जा ने अपना हाथ सन्दूक थामने को बढ़ाया, क्योंकि बैलों ने ठोकर खाई थी।
तब यहोवा का कोप उज्जा पर भड़क उठा; और उस ने उस को मारा क्योंकि उस ने सन्दूक पर हाथ लगाया था; वह वहीं परमेश्वर के साम्हने मर गया।
तब दाऊद अप्रसन्न हुआ, इसलिये कि यहोवा उज्जा पर टूट पड़ा था; और उस ने उस स्थान का नाम पेरेसुज्जा रखा, यह नाम आज तक बना है।
और उस दिन दाऊद परमेश्वर से डरकर कहने लगा, मैं परमेश्वर के सन्दूक को अपने यहां कैसे ले आऊं?
तब दाऊद ने सन्दूक को अपने यहां दाऊदपुर में न लाया, परन्तु ओबेदेदोम नाम गती के यहां ले गया।
और परमेश्वर का सन्दूक ओबेदेदोम के यहां उसके घराने के पास तीन महीने तक रहा, और यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर और जो कुछ उसका था उस पर भी आशीष दी।

14

और सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूत भेजे, और उसका भवन बनाने को देवदारू की लकड़ी और राज और बढ़ई भेजे।
और दाऊद को निश्चय हो गया कि यहोवा ने मुझे इस्राएल का राजा करके स्थिर किया, क्योंकि उसकी प्रजा इस्राएल के निमित्त उसका राज्य अत्यन्त बढ़ गया था।
और यरूशलेम में दाऊद ने और स्त्रियां ब्याह लीं, और उन से और बेटे- बेटियां उत्पन्न हुई।
उसके जो सन्तान यरूशलेम में उत्पन्न हुए, उनके नाम ये हैं : अर्थात् शम्मू,शोबाब, नातान, सुलैमान;
यिभार, एलीशू, एलपेलेत;
नोगह, नेपेग, यापी, एलीशामा,
बेल्यादा और एलीपेलेद।
जब पलिश्तियों ने सुना कि पूरे इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक हुआ, तब सब पलिश्तियों ने दाऊद की खोज में चढ़ाई की; यह सुनकर दाऊद उनका साम्हना करने को निकल गया।
और पलिश्ती आए और रपाईम नाम तराई में धावा मारा।
तब दाऊद ने परमेश्वर से पूछा, क्या मैं पलिश्तियों पर चढ़ाई करूं? और कया तू उन्हें मेरे हाथ में कर देगा? यहोवा ने उस से कहा, चढ़ाई कर, क्योंकि मैं उन्हें तेरे हाथ में कर दूंगा।
इसलिये जब वे बालपरासीम को आए, तब दाऊद ने उन को वहीं मार लिया; तब दाऊद ने कहा, परमेश्वर मेरे द्वारा मेरे शत्रुओं पर जल की धारा की नाई टूट पड़ा है। इस कारण उस स्थान का नाम बालपरासीम रखा गया।
वहां वे अपने देवताओं को छोड़ गए, और दाऊद को आज्ञा से वे आग लगाकर फूंक दिए गए।
फिर दूसरी बार पलिश्तियों ने उसी तीई में धावा मारा।
तब दाऊद ने परमेश्वर से फिर पूछा, और परमेश्वर ने उस से कहा, उनका पीछा मत कर; उन से मुड़कर तूत के वृक्षों के साम्हने से उन पर छापा मार।
और जब तूत के वृक्षों की फुनगियों में से सेना के चलने की सी आहट तुझे सुन पड़े, तब यह जानकर युठ्ठ करने को निकल जाना कि परमेश्वर पलिश्तियों की सेना को मारने के लिये तेरे आगे जा रहा है।
परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार दाऊद ने किया, और इस्राएलियों ने पलिश्तियों की सेना को गिबोन से लेकर गेजेर तक मार लिया।
तब दाऊद की कीर्त्ति सब देशों में फैल गई, और यहोवा ने सब जातियों के मन में उसका भय भर दिया।

15

तब दाऊद ने दाऊदपुर में भवन बनवाए, और परमेश्वर के सन्दूक के लिये एक स्थान तैयार करके एक तम्बू खड़ा किया।
तब दाऊद ने कहा, लेवियों को छोड़ और किसी को परमेश्वर का सन्दूक उठाना नहीं चाहिये, क्योंकि यहोवा ने उनको इसी लिये चुना है कि वे परमेश्वर का सन्दूक उठाएं और उसकी सेवा टहल सदा किया करें।
तब दाऊद ने सब इस्राएलियों को यरूशलेम में इसलिये इट्ठा किया कि यहोवा का सन्दूक उस स्थान पर पहुंचाएं, जिसे उस ने उसके लिये तैयार किया था।
इसलिये दाऊद ने हारून के सन्तानों और लेवियों को इकट्ठा किया :
अर्थात् कहातियों में से ऊरीएल नाम प्रधान को और उसके एक सौ बीस भाइयों को;
मरारियों में से असायाह नाम प्रधान को और उसके दो सौ बीस भाइयों को;
गेश मियों में से योएल नाम प्रधान को और उसके एक सौ तीस भाइयों को;
एलीसापानियों में से शमायाह नाम प्रधान को और उसके दो सौ भाइयों को;
हेब्रोनियों में से एलीएल नाम प्रधान को और उसके अस्सी भाइयों को;
और उज्जीएलियों में से अम्मीनादाब नाम प्रधान को और उसके एक सौ बारह भाइयों को।
तब दाऊद ने सादोक और एब्यातार नाम याजकों को, और ऊरीएल, असायाह, योएल, शमायाह, एलीएल और अम्मीनादाब नाम लेवियों को बुलवाकर उन से कहा,
तुम तो लेवीय पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष हो; इसलिये अपने भाइयों समेत अपने अपने को पवित्रा करो, कि तुम इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का सन्दूक उस स्थान पर पहुंचा सको जिसको मैं ने उसके लिये तैयार किया है।
क्योंकि पहिली बार तुम ने उसको न उठाया इस कारण हमारा परमेश्वर यहोवा हम पर टूट पड़ा, क्योंकि हम उसकी खोज में नियम के अनुसार न लगे थे।
तब याजकों और लेवियों ने अपने अपने को पवित्रा किया, कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का सन्दूक ले जा सकें।
तब उस आज्ञा के अनुसार जो मूसा ने यहोवा का वचन सुनकर दी थी, लेवियों ने सन्दूक को डंडों के बल अपने कंधों पर उठा लिया।
और दाऊद ने प्रधान लेवियों को आज्ञा दी, कि अपने भाई गवैयों को बाजे अर्थात् सारंगी, वीणा और झांझ देकर बजाने और आनन्द के साथ ऊंचे स्वर से गाने के लिये नियुक्त करें।
तब लेवियों ने योएल के पुत्रा हेमान को, और उसके भाइयों में से बेरेक्याह के पुत्रा आसाप को, और अपने भाई मरारियों में से कूशायाह के पुत्रा एतान को ठहराया।
और उनके साथ उन्हों ने दूसरे पद के अपने भाइयों को अर्थात् जकर्याह, बेन, याजीएल, शमीरामोत, यहीएल, उन्नी, एलीआब, बनायाह, मासेयाह, मत्तित्याह, एलीपलेह, मिकनेयाह, और ओबेदेदोम और पीएल को जो द्वारपाल थे ठहराया।
यों हेमान, आसाप और एतान नाम के गवैये तो पीतल की झांझ बजा बजाकर राग चलाने को;
और जकर्याह, अजीएल, शमीरामोत, यहीएल, उन्नी, एलीआब, मासेयाह, और बनायाह, अलामोत, नाम राग में सारंगी बजाने को;
और मत्तित्याह, एलीपलेह, मिकनेयाह ओबेदेदोम, यीएल और अजज्याह वीणा खर्ज में छेड़ने को ठहराए गए।
और राग उठाने का अधिकारी कनन्याह नाम लेवियों का प्रधान था, वह राग उठाने के विषय शिक्षा देता था, क्योंकि वह निपुण था।
और बेरेक्याह और एलकाना सन्दूक के द्वारपाल थे।
और शबन्याह, योशापात, नतनेल, अमासै, जकर्याह, बनायाह और एलीएजेर नाम याजक परमेश्वर के सन्दूक के आगे आगे तुरहियां बजाते हुए चले, और ओबेदेदोम और यहिरयाह उसके द्वारपाल थे।
और दाऊद और इस्राएलियों के पुरनिये और सहस्त्रापति सब मिलकर यहोवा की वाचा का सन्दूक ओबेदेदोम के घर से आनन्द के साथ ले आने के लिए गए।
जब परमेश्वर ने लेवियों की सहायता की जो यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले थे, तब उन्हों ने सात बैल और सात मेढ़े बलि किए।
दाऊद, और यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले सब लेवीय और गानेवाले और गानेवालों के साथ राग उठानेवाले का प्रधान कनन्याह, ये सब तो सन के कपड़े के बागे पहिने थे, और दाऊद सन के कपड़े का एपोद पहिने था।
इस प्रकार सब इस्राएली यहोवा की वाचा के सन्दूक को जयजयकार करते, और नरसिंगे, तुरहियां और झांझ बजाते और सारंगियां और वीणा बजाते हुए ले चले।
जब यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर में पहुंचा तब शाऊल की बेटी मीकल ने खिड़की में से झांककर दाऊद राजा को कूदते और खेलते हुए देखा, और उसे मन ही मन तूच्छ जाना।

16

तब परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्हू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था; और परमेश्वर के साम्हने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए।
जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा जूका, तब उस ने यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया।
और उस ने क्या पुरूष, क्या स्त्री, सब इस्राएलियों को एक एक रोटी और एक एक टुकड़ा मांस और किशमिश की एक एक टिकिया बंटवा दी।
तब उस ने कई लेवियों को इसलिये ठहरा दिया, कि यहोवा के सत्दूक के साम्हने सेवा टहल किया करें, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें।
उनका मुखिया तो आसाप था, और उसके नीचे जकर्याह था, फिर यीएल, शमीरामोत, यहीएल, मत्तित्याह, एलीआब बनायाह, ओबेदेदोम और यीएल थे; ये तो सारंगियां और वीणाएं लिये हुए थे, और आसाप झांझ पर राग बजाता था।
और बनायाह और यहजीएल नाम याजक परमेश्वर की वाचा के सन्दूक के साम्हने नित्य तुरहियां बजाने के लिए नियुक्त किए गए।
तब उसी दिन दाऊद ने यहोवा का धन्यवाद करने का काम आसाम और उसके भाइयों को सौंप दिया।
यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो।
उसका गीत गाओ, उसका भजन करो, उसके सब आश्चर्य- कम का ध्यान करो।
उसके पवित्रा नाम पर घपंड करो; यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो।
यहोवा और उसकी सामर्थ की खोज करो; उसके दर्शन के लिए लगातार खोज करो।
उसेक किए हुए आर्श्ख्यकर्म, उसके चमत्कार और न्यायवचन स्मरण करो।
हे उसके दास इस्राएल के वंश, हे याकूब की सन्तान तुम जो उसके चुने हुए हो !
वही हमारा परमेश्वर यहोवा है, उसके न्याय के काम पृथ्वी भर में होते हैं।
उसकी वाचा को सदा स्मरण रखो, यह वही वचन है जो उस ने हजार पीढ़ियों के लिये ठहरा दिया।
वह वाचा उस ने इब्राहीम के साथ बान्धी, और उसी के विषय उस ने इसहाक से शपथ खाई,
और उसी को उस ने याकूब के लिये विधि करके और इस्राएल के लिये सदा की वाचा बान्धकर यह कहकर दृढ़ किया, कि
मैं कनान देश तुझी को दूंगा, वह बांट में तुम्हारा निज भाग होगा।
उस समय तो तुम गिनती में थोड़े थे, वरन बहुत ही थोड़े और उस देश में परदेशी थे।
और वे एक जाति से दूसरी जाति में, और एक जाज्य से दूसरे में फिरते तो रहे,
परन्तु उस ने किसी पनुष्य को उन पर अन्धेर करने न दिया; और वह राजाओं को उनके निमित्त यह धमकी देता था, कि
मेरे अभिषिक्तों को मत छुओ, और न मेरे नबियों की हानि करो।
हे समस्त पृथ्वी के लोगो यहोवा का गीत गाओ। प्रतिदिन उसके किए हुए उठ्ठार का शुभ समाचार सुनाते रहो।
अन्यजातियों में उसकी महिमा का, और देश देश के लोगों में उसके आश्चर्य- कम का वर्णन करो।
क्योंकि यहोवा महान और स्तुति के अति योग्य है, वह तो सब देवताओं से अधिक भययोग्य है।
क्योंकि देश देश के सब देवता मूर्तियां ही हैं; परन्तु यहोवा ही ने स्वर्ग को बनाया है।
उसके चारों ओर विभव और ऐश्वर्य है; उसके स्थान में सामर्थ और आनन्द है।
हे देश देश के कुलो, यहोवा का गुणानुवाद करो, यहोवा की महिमा और सामर्थ को मानो।
यहोवा के नाम की महिमा ऐसी मानो जो उसके नाम के योग्य है। भेंट लेकर उसके सम्मुख आओ, पवित्राता से शोभायमान होकर यहोवा को दणडवत करो।
हे सारी पृथ्वी के लोगो उसके साम्हने थरथराओ ! जगत ऐसा स्थिर है, कि वह टलने का नहीं।
आकाश आनन्द करे और पृथ्वी मगन हो, और जाति जाति में लोग कहें, कि यहोवा राजा
हुआ है। समुद्र और उस में की सब वस्तुएं गरज उठें, मैदान और जो कुछ उस में है सो प्रफुल्लित हों।
उसी समय वन के वृक्ष यहोवा के साम्हने जयजयकार करें, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आनेवाला है।
यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; उसकी करूणा सदा की है।
और यह कहो, कि हे हमारे उठ्ठार करनेवाले परमेश्वर हमारा उठ्ठार कर, और हम को इकट्ठा करके अन्यजातियों से छुड़ा, कि हम तेरे पवित्रा नाम का धन्यवाद करें, और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय बड़ाई करें।
अनादिकाल से अनन्तकाल तक इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है। तब सब प्रजा ने आमीन कहा : और यहोवा की स्तुति की।
तब उस ने वहां अर्थात् यहोवा की वाचा के सन्दूक के साम्हने आसाप और उसके भाइयों को छोड़ दिया, कि प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार वे सन्दूक के साम्हने नित्य सेवा टहल किया करें !
और अड़सठ भाइयों समेत ओबेदेदोम को, और द्वारपालों के लिये यदूतून के पुत्रा ओबेदेदोम और होसा को छोड़ दिया।
फिर उस ने सादोक याजक और उसके भाई याजकों को यहोवा के निवास के साम्हने, जो गिबोन के ऊंचे स्थान में था, ठहरा दिया,
कि वे नित्य सवेरे और सांझ को होमबलि की वेदी पर यहोवा को होमबलि चढ़ाया करें, और उन सब के अनुसार किया करें, जो यहोवा की रयवस्था में लिखा है, जिसे उस ने इस्राएल को दिया था।
और उनके संग उस ने हेमान और यदूतून और दूसरों को भी जो नाम लेकर चुने गए थे ठहरा दिया, कि यहोवा की सदा की करूणा के कारण उसका धन्यवाद करें।
और उनके संग उस ने हेमान और यदूतून को बजानेवालों के लिये तुरहियां और झांझें और परमेश्वर के गीत गाने के लिये बाजे दिए, और यदूतून के बेटों को फाटक की रखवाली करने को ठहरा दिया।
निदान प्रजा के सब लोग अपने अपने घर चले गए, और दाऊद अपने घराने को आशीर्वाद देने लौट गया।

17

जब दाऊद अपने भवन में रहने लगा, तब दाऊद ने नातान नबी से कहा, देख, मैं तो देवदारू के बने हुए घर में रहता हूँ, परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक तम्बू में रहता है।
नातान ने दाऊद से कहा, जो कुछ तेरे मन में हो उसे कर, क्योंकि परमेश्वर तेरे संग है।
उसी दिन रात को परमेश्वर का यह वचन नातान के पास पहुंचा, जाकर मेरे दास दाऊद से कह,
यहोवा यों कहता है, कि मेरे निवास के लिये तू घर बनवाने न पाएगा।
क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।
जहां जहां मैं ने सब इस्राएलियों के बीच आना जाना किया, क्या मैं ने इस्राएल के न्यायियों में से जिनको मैं ने अपनी प्रजा की चरवाही करने को ठहराया था, किसी से ऐसी बात कभी कहीं, कि तुम लोगों ने मेरे लिये देवदारू का घर क्यों नहीं बनवाया?
सो अब तू मेरे दास दाऊद से ऐसा कह, कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, कि मैं ने तो तुझ को भेड़शाला से और भेड़- बारियों के पीछे पीछे फिरने से इस मनसा से बुला लिया, कि तू मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान हो जाए;
और जहां कहीं तू आया और गया, वहां मैं तेरे संग रहा, और तेरे सब शत्रुओं को तेरे साम्हने से नष्ट किया है। अब मैं तेरे नाम को पृथ्वी के बड़े बड़े लोगों के नामो के समान बड़ा कर दूंगा।
उस समय भी जब मैं अपनी प्रजा इस्राएल के ऊपर न्यायी ठहराता था; सो मैं तेरे सब शत्रुओं को दबा दूंगा। फिर मैं तुझे यह भी बताता हूँ, कि यहोवा तेरा घर बनाये रखेगा।
जब तेरी आयु पूरी हो जायेगी और तुझे अपने पितरों के संग जाना पड़ेगा, तब मैं तेरे बाद तेरे वंश को जो तेरे पुत्रों में से होगा, खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर करूंगा।
मेरे लिए एक घर वही बनाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूंगा।
मैं उसका पिता ठहरूंगा और वह मेरा पुत्रा ठहरेगा; और जैसे मैं ने अपनी करूणा उस पर से जो तुझ से पहिले था हटाई, वैसे मैं उस पर से न हटाऊंगा,
वरन मैं उसको अपने घर और अपने राज्य में सदैव स्थिर यखूंगा और उसकी राजगद्दी सदैव अटल रहेगी।
इन सब बातों और इस दर्शन के अनुसार नातान ने दाऊद को समझा दिया।
तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे यहोवा परमेश्वर ! मैं क्या हूँ? और मेरा घराना क्या है? कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचाया है?
और हे परमेश्वर ! यह तेरी दृष्टि में छोटी सी बात हुई, क्योंकि तू ने अपने दास के घराने के विषय भविष्य के बहुत दिनों तक की चर्चा की है, और हे यहोवा परमेश्वर ! तू ने मुझे ऊंचे पद का मतुष्य सा जाना है।
जो महिमा तेरे दास पर दिखाई गई है, उसके विषय दाऊद तुझ से और क्या कह सकता है? तू तो अपने दास को जानता है।
हे यहोवा ! तू ने अपने दास के निमित्त और अपने मन के अनुसार यह बड़ा काम किया है, कि तेरा दास उसको जान ले।
हे यहोवा ! जो कुछ हम ने अपने कानों से सुना है, उसके अनुसार तेरे तुल्य कोई नहीं, और न तुझे छोड़ और कोई परमेश्वर है।
फिर तेरी प्रजा इस्राएल के भी तुल्य कौन है? वह तो पृथ्वी भर में एक ही जाति है, उसे परमेश्वर ने जाकर अपनी निज प्रजा करने को छुड़ाया, इसलिये कि तू बड़े और डरावने काम करके अपना नाम करे, और अपनी प्रजा के साम्हने से जो तू ने मिस्र से छुड़ा ली थी, जाति जाति के लोगों को निकाल दे।
क्योंकि तू ने अपनी प्रजा इस्राएल को अपनी सदा की प्रजा होने के लिये ठहराया, और हे यहोवा ! तू आप उसका परमेश्वर ठहरा।
इसलिये, अब हे यहोवा, तू ने जो वचन अपने दास के और उसके घराने के विषय दिया है, वह सदैव अटल रहे, और अपने वचन के अनुसार ही कर।
और तेरा नाम सदैव अटल रहे, और यह कहकर तेरी बड़ाई सदा की जाए, कि सेनाओं का यहोवा इस्राएल का परमेश्वर है, वरन वह इस्राएल ही के लिये परमेश्वर है, और तेरा दास दाऊद का घराना तेरे साम्हने स्थिर रहे।
क्योंकि हे मेरे परमेश्वर, तू ने यह कहकर अपने दास पर प्रगट किया है कि मैं तेरा घर बनाए रखूंगा, इस कारण तेरे दास को तेरे सम्मुख प्रार्थना करने का हियाब हुआ है।
और अब हे यहोवा तू ही परमेश्वर है, और तू ने अपने दास को यह भलाई करने का वचन दिया है।
और अब तू ने प्रसन्न होकर, अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दी है, कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे, क्योंकि हे यहोवा, तू आशीष दे चुका है, इसलिये वह सदैव आशीषित बना रहे।

18

इसके बाद दाऊद ने पलिश्तियों को जीतकर अपने अधीन कर लिया, और गांवों समेत गत नगर को पलिश्तियों के हाथ से छीन लिया।
फिर उस ने मोआबियों का भी जीत लिया, और मोआबी दाऊद के अधीन होकर भेंट लाने लगे।
फिर जब सोबा का राजा हदरेजेर परात महानद के पास अपने राज्य स्थिर करने को जा रहा था, तब दाऊद ने उसको हमात के पास जीत लिया।
और दाऊद ने उससे एक हजार रथ, सात हजार सवार, और बीस हजार पियादे हर लिए, और दाऊद ने सब रथवाले घेड़ों के सुम की नस कटवाई, परन्तु एक सौ रथवाले धेड़े बचा रखे।
और जब दमिश्क के अरामी, सोबा के राजा हदरेजेर की सहायता करने को आए, तब दाऊद ने अरामियों में से बाईस हजार पुरूष मारे।
तब दाऊद ने दमिष्क के अराम में सिपाहियों की चौकियां बैठाई; सो अरामी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे। और जहां जहां दाऊद जाता, वहां वहां यहोवा उसको जय दिलाता था।
और हदरेजेर के कर्मचारियों के पास सोने की जो ढालें थीं, उन्हें दाऊद लेकर यरूशलेम को आया।
और हदरेजेर के तिभत और कून नाम नगरों से दाऊद बहुत सा पीतल ले आया; और उसी से सुलेमान ने पीतल के हौद और खम्भों और पीतल के पात्रों को बनवाया।
जब हमात के राजा तोऊ ने सुना, कि दाऊद ने सोबा के राजा हदरेजेर की समस्त सेना को जीत लिया है,
तब उस ने हदोराम नाम अपने पुत्रा को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा, इसलिये कि उस ने हदरेजेर से लड़कर उसे जीत लिया था; ( क्योंकि हदरेजेर तोऊ से लड़ा करता था ) और हदोराम सोने चांदी और पीतल के सब प्रकार के पात्रा लिये हुए आया।
इनको दाऊद राजा ने यहोवा के लिये पवित्रा करके रखा, और वैसा ही उस सोने- चांदी से भी किया जिसे सब जातियो से, अर्थात् एदोमियों मोआबियों, अम्मोनियों, पलिश्तियों, और अमालेकियों से प्राप्त किया था।
फिर यरूयाह के पुत्रा अबीशै ने लान की तराई में अठारह हजार एदोमियों को मार लिया।
तब उस ने एदोम में सिपाहियों की चौकियां बैठाई; और सब एदोमी दाऊद के अधीन हो गए। और दाऊद जहां जहां जाता था वहां वहां यहोवा उसको जय दिलाता था।
दाऊद तो सारे इस्राएल पर राज्य करता था, और वह अपनी सब प्रजा के साथ न्याय और धर्म के काम करता था।
और प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्रा योआब था; इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पुत्रा यहोशापात था।
प्रधान याजक, अहीतूब का पुत्रा सादोक और एब्यातार का पुत्रा अबीमेलेक थे; मंत्री शबशा था।
करेतियों और पलेतियों का प्रधान यहोयादा का पुत्रा बनायाह था; और दाऊद के पुत्रा राजा के पास मुखिये होकर रहते थे।

19

इसके बाद अम्मोनियों का राजा नाहाश मर गया, और उसका पुत्रा उसके स्थान पर राजा हुआ।
तब दाऊद ने यह सोचा, कि हानून के पिता नाहाश ने जो मुझ पर प्रीति दिखाई थी, इसलिये मैं भी उस पर प्रीति दिखाऊंगा। तब दाऊद ने उसके पिता के विषय शांति देने के लिये दूत भेजे। और दाऊद के कर्पचारी अम्मोनियों के देश में हानून के पास उसे शांति देने को आए।
परन्तु अम्मोनियों के हाकिम हानून से कहने लगे, दाऊद ने जो तेरे पास शांति देनेवाले भेजे हैं, वह क्या तेरी समझ में तेरे पिता का आदर करने की मनसा से भेजे हैं? क्या उसके कर्मचारी इसी मनसा से तेरे पास नहीं आए, कि ढूंढ़- ढांढ़ करें और नष्ट करें, और देश का भेद लें?
तब हानून ने दाऊद के कर्मचारियों को पकड़ा, और उनके बाल मुड़वाए, और आधे वस्त्रा अर्थात् नितम्ब तक कटवाकर उनको जाने दिया।
तब कितनों ने जाकर दाऊद को बता दिया, कि उन पुरूषों के साथ कैसा बर्ताव किया गया, सो उस ने लोगों को उन से मिलने के लिये भेजा क्योंकि वे पुरूष बहुत लजाते थे। और राजा ने कहा, जब तक तुम्हारी दाढ़ियां बढ़ न जाएं, तब तक यरीहो में ठहरे रहो, और बाद को लौट आना।
जब अम्मोनियों ने देखा, कि हम दाऊद को घिनौने लगते हैं, तब हानून और अम्मोनियों ने एक हजार किक्कार चांदी, अरम्नहरैम और अरम्माका और सोबा को भेजी, कि रथ और सवार किराये पर बुलाएं।
सो उन्हों ने बत्तीस हजार रथ, और माका के राजा और उसकी सेना को किराये पर बुलाया, और इन्हों ने आकर मेदबा के साम्हने, अपने डेरे खड़े किए। और अम्मोनी अपने अपने नगर में से इकट्ठे होकर लड़ने को आए।
यह सुनकर दाऊद ने योआब और शूरवीरों की पूरी सेना को भेजा।
तब अम्मोनी निकले और नगर के फाटक के पास पांति बान्धी, और जो राजा आए थे, वे उन से अलग मैदान में थे।
यह देखकर कि आगे पीछे दोनों ओर हमारे विरूद्ध पांति बन्धी हैं, योआब ने सब बड़े बड़े इस्राएली वीरों में से किततों को छांटकर अरामियों के साम्हने उनकी पांति बन्धाई;
और शेष लोगों को अपने भाई अबीशै के हाथ सौंप दिया, और उन्हों ने अम्मोनियों के साम्हने पांति बान्धी।
और उस ने कहा, यदि अरामी मुझ पर प्रबल होने लगें, तो तू मेरी सहायता करना; और यदि अम्मोनी तुझ पर प्रबल होने लगें, तो मैं तेरी सहायता करूंगा।
तू हियाब बान्ध और हम सब अपने लोगों और अपने परमेश्वर के नगरों के निमित्त पुरूषार्थ करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे, वैसा ही करेगा।
तब योआब और जो लोग उसके साथ थे, अरामियों से युठ्ठ करने को उनके साम्हने गए, और वे उसके साम्हने से भागे।
यह देखकर कि अरामी भाग गए हैं, अम्मोनी भी उसके भाई अबीशै के साम्हने से भागकर नगर के भीतर घुसे। तब योआब यरूशलेम को लौट आया।
फिर यह देखकर कि वे इस्राएलियों से हार गए हैं अरामियों ने दूत भेजकर महानद के पार के अरामियों को बुलवाया, और हदरेजेर के सेनापति शोपक को अपना प्रधान बनाया।
इसका समाचार पाकर दाऊद ने सब इस्राएलियों को इकट्ठा किया, और यरदन पार होकर उन पर चढ़ाई की और उनके विरूद्ध पांति बन्धाई, तब वे उस से लड़ने लगे।
परन्तु अरामी इस्राएलियों से भागे, और दाऊद ने उन में से सात हजार रथियों और चालीस हजार प्यादों को मार डाला, और शोपक सेनापति को भी मार डाला।
यह देखकर कि वे इस्राएलियों से हार गए हैं, हदरेजेर के कर्मचारियों ने दाऊद से संधि की और उसके अधीन हो गए; और अरामियों ने अम्मोनियों की सहायता फिर करनी न चाही।

20

फिर नये वर्ष के आरम्भ में जब राजा लोग युठ्ठ करने को निकला करते हैं, तब योआब ने भारी सेना संग ले जाकर अम्मोनियों का देश उजाड़ दिया और आकर रब्बा को घेर लिया; परन्तु दाऊद यरूशलेम में रह गया; और योआब ने रब्बा को जीतकर ढा दिया।
तब दाऊद ने उनके राजा का मुकुट उसके सिर से उतारकर क्या देखा, कि उसका तौल किक्कार भर सोने का है, और उस में मणि भी जड़े थे; और वह दाऊद के सिर पर रखा गया। फिर उस ने उस नगर से बहुत सामान लूट में पाया।
और उस ने उसके रहनेवालों को निकालकर आरों और लोहे के हेंगों और कुल्हाड़ियों से कटवाया; और अम्मोनियों के सब नगरों के साथ भी दाऊद ने वैसा ही किया। तब दाऊद सब लोगों समेत यरूशलेम को लौट गया।
इसके बाद गेजेर में पलिश्तियों के साथ युठ्ठ हुआ; उस समय हूशाई सिब्बकै ने सिप्पै को, जो रापा की सन्तान था, मार डाला; और वे दब गए।
और पलिश्तियों के साथ फिर युठ्ठ हुआ; उस में याईर के पुत्रा एल्हानान ने गती गोल्यत के भाई लहमी को मार डाला, जिसके बर्छे की छड़, जुलाहे की डोंगी के समान थी।
फिर गत में भी युठ्ठ हुआ, और वहां एक बड़े डील का पुरूष था, जो रापा की सन्तान था, और उसके एक एक हाथ पांव में छे छे उंगलियां अर्थात् सब मिलाकर चौबीस उंगलियां थीं।
जब उस ने इस्राएलियों को ललकारा, तब दाऊद के भाई शिमा के पुत्रा योनातान ने उसको मारा।
ये ही गत में रापा से उत्पन्न हुए थे, और वे दाऊद और उसके सेवकों के हाथ से मार डाले गए।

21

और शैतान ने इस्राएल के विरूद्ध उठकर, दाऊद को उसकाया कि इस्राएलियों की गिनती ले।
तब दाऊद ने योआब और प्रजा के हाकिमों से कहा, तुम जाकर बर्शेबा से ले दान तक के इस्राएल की गिनती लेकर मुझे बताओ, कि मैं जान लूं कि वे कितने हैं।
योआब ने कहा, यहोवा की प्रजा के कितने ही क्यों न हों, वह उनको सौ गुना बढ़ा दे; परन्तु हे मेरे प्रभु ! हे राजा ! क्या वे सब राजा के अधीन नहीं हैं? मेरा प्रभु ऐसी बात क्यों चाहता है? वह इस्राएल पर दोष लगने का कारण क्यों बने?
तौभी राजा की आज्ञा योआब पर प्रबल हुई। तब योआब विदा होकर सारे इस्राएल में धूमकर यरूशलेम को लौट आया।
तब योआब ने प्रजा की गिनती का जोड़, दाऊद को सुनाया और सब तलवारिये पुरूष इस्राएल के तो ग्यारह लाख, और यहूदा के चार लाख सत्तर हजार ठहरे।
परन्तु उन में योआब ने लेवी और बिन्यामीन को न गिना, क्योंकि वह राजा की आज्ञा से घुणा करता था
और यह बात परमेश्वर को बुरी लगी, इसलिये उस ने इस्राएल को मारा।
और दाऊद ने परमेश्वर से कहा, यह काम जो मैं ने किया, वह महापाप है। परन्तु अब अपने दास का अधर्म दूर कर; मुझ से तो बड़ी मूर्खता हुई है।
तब यहोवा ने दाऊद के दश गाद से कहा,
जाकर दाऊद से कह, कि यहोवा यों कहता है, कि मैं तुझ को तीन विपत्तियां दिखाता हूँ, उन में से एक को चुन ले, कि मैं उसे तुझ पर डालूं।
तब गाद ने दाऊद के पास जाकर उस से कहा, यहोवा यों कहता है, कि जिसको तू चाहे उसे चुन ले :
या तो तीन वर्ष का काल पड़े; वा तीन महीने तक तेरे विरोधी तुझे नाश करते रहें, और तेरे शत्रुऔं की तलवार तुझ पर चलती रहे; वा तीन दिन तक यहोवा की तलवार चले, अर्थात् मरी देश में फैले और यहोवा का दूत इस्राएली देश में चारों ओर विनाश करता रहे। अब सोच, कि मैं अपने भेजनेवाले को क्या उत्तर दूं।
दाऊद ने गाद से कहा, मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ; मैं यहोवा के हाथ में पड़ूं, क्योंकि उसकी दया बहुत बड़ी है; परन्तु मनुष्य के हाथ में मुझे पड़ना न पड़े।
तब यहोवा ने इस्राएल में मरी फैलाई, और इस्राएल में सत्तर हजार पुरूष मर मिटे।
फिर परमेश्वर ने एक दूत यरूशलेम को भी उसे नाश करने को भेजा; और वह नाश करने ही पर था, कि यहोवा दु:ख देने से खेदित हुआ, और नाश करनेवाले दूत से कहा, बस कर; अब अपना हाथ खींच ले। और यहोवा का दूत यबूसी ओर्नान के खलिहान के पास खड़ा था।
और दाऊद ने आंखें उठाकर देखा, कि यहोवा का दूत हाथ में खींची हुई और यरूशलेम के ऊपर बढ़ाई हुई एक तलवार लिये हुए आकाश के बीच खड़ा है, तब दाऊद और पुरनिये टाट पहिने हुए मुंह के बल गिरे।
तब दाऊद ने परमेश्वर से कहा, जिस ने प्रजा की गिनती लेने की आज्ञा दी थी, वह क्या मैं नहीं हूँ? हां, जिस ने पाप किया और बहुत बुराई की है, वह तो मैं ही हूँ। परन्तु इन भेड़- बकरियों ने क्या किया है? इसलिये हे मेरे परमेश्वर यहोवा ! तेरा हाथ मेरे पिता के घराने के विरूद्ध हो, परन्तु तेरी प्रजा के विरूद्ध न हो, कि वे मारे जाएं।
तब यहोवा के दूत ने गाद को दाऊद से यह कहने की आज्ञा दी, कि दाऊद चढ़कर यबूसी ओर्नान के खलिहान में यहोवा की एक वेदी बनाए।
गाद के इस वचन के अनुसार जो उस ने यहोवा के नाम से कहा था, दाऊद चढ़ गया।
तब ओर्नान ने पीछे फिर के दूत को देखा, और उसके चारों बेटे जो उसके संग थे छिप गए, ओर्नान तो गेहूं दांवता था।
जब दाऊद ओर्नान के पास आया, तब ओर्नान ने दृष्टि करके दाऊद को देखा और खलिहान से बाहर जाकर भूमि तक झुककर दाऊद को दणडवत किया।
तब दाऊद ने ओर्नान से कहा, उस खलिहान का स्थान मुझे दे दे, कि मैं उस पर यहोवा को एक वेदी बनाऊं, उसका पूरा दाम लेकर उसे पुझ को दे, कि यह विपित्त प्रजा पर से दूर की जाए।
ओर्नान ने दाऊद से कहा, इसे ले ले, और मेरे प्रभु राजा को जो कुछ भाए वह वही करे; सुन, मैं तुझे होमबलि के लिये बैल और ईधन के लिये दांबने के हथियार और अन्नबलि के लिये गेहूं, यह सब मैं देता हूँ।
राजा दाऊद ने ओर्नान से कहा, सो नहीं, मैं अवश्य इसका पूरा दाम ही देकर इसे मोल लूंगा; जो तेरा है, उसे मैं यहोवा के लिये नहीं लूंगा, और न सेंतमेंत का होमबलि चढ़ाऊंगा।
तब दाऊद ने उस स्थान के लिये ओर्नान को छे सौ शेकेल सोना तौलकर दिया।
तब दाऊद ने वहां यहोवा की एक वेदी बनाई और होमबलि और मेलबलि चढ़ाकर यहोवा से प्रार्थना की, और उस ने होपबलि की वेदी पर स्वर्ग से आग गिराकर उसकी सुन ली।
तब यहोवा ने दूत को आज्ञा दी; और उस ने अपनी तलवार फिर म्यान में कर ली।
यह देखकर कि यहोवा ने यबूसी ओर्नान के खलिहान में मेरी सुन ली है, दाऊद ने उसी समय वहां बलिदान किया।
यहोवा का निवास जो मूसा ने जंगल में बनाया था, और होमबलि की वेदी, ये दोनों उस समय गिबोन के ऊंचे स्थान पर थे।
परन्तु दाऊद परमेश्वर के पास उसके साम्हने न जा सका, क्योंकि वह यहोवा के दूत की तलवार से डर गया था।

22

तब दाऊद कहने लगा, यहोवा परमेश्वर का भवन यही है, और इस्राएल के लिये होमबलि की वेदी यही है।
तब दाऊद ने इस्राएल के देश में जो परदेशी थे उनको इकट्ठा करने की आज्ञा दी, और परमेश्वर का भवन बनाने को पत्थर गढ़ने के लिये राज ठहरा दिए।
फिर दाऊद ने फाटकों के किवाड़ों की कीलों और जोड़ों के लिये बहुत सा लोहा, और तौल से बाहर बहुत पीतल,
और गिनती से बाहर देवदार के पेड़ इकट्ठे किए; क्योंकि सीदोन और सोर के लोग दाऊद के पास बहुत से देवदार के पेड़ लाए थे।
और दाऊद ने कहा, मेरा पुत्रा सुलैमान सुकुमार और लड़का है, और जो भवन यहोवा के लिये बनाना है, उसे अत्यन्त तेजोमय और सब देशों में प्रसिठ्ठ और शोभायमान होना चाहिये; इसलिये मैं उसके लिये तैयारी करूंगा। सो दाऊद ने मरने से पहिले बहुत तैयारी की।
फिर उस ने अपने पुत्रा सुलैमान को बुलाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये भवन बनाने की आज्ञा दी।
दाऊद ने अपने पुत्रा सुलैमान से कहा, मेरी मनसा तो थी, कि अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनाऊं।
परन्तु यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, कि तू ने लोहू बहुत बहाया और बढ़े बड़े युठ्ठ किए हैं, सो तू मेरे नाम का भवन न बनाने पाएगा, क्योंकि तू ने भूमि पर मेरी दृष्टि में बहुत लोहू बहाया है।
देख, तुझ से एक पुत्रा उत्पन्न होगा, जो शान्त पुरूष होगा; और मैं उसको चारों ओर के शत्रुऔं से शान्ति दूंगा; उसका नाम तो सुलैमान होगा, और उसके दिनों में मैं इस्राएल को शान्ति और चैन दूंगा।
वही मेरे नाम का भवन बनाएगा। और वही मेरा पुत्रा ठहरेगा और मैं उसका पिता ठहरूंगा, और उसकी राजगद्दी को मैं इस्राएल के ऊपर सदा के लिये स्थिर रखूंगा।
अब हे मेरे पुत्रा, यहोवा तेरे संग रहे, और तू कृतार्थ होकर उस वचन के अनुसार जो तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे विषय कहा है, उसका भवन बनाना।
अब यहोवा तुझे बुध्दि और समझ दे और इस्राएल का अधिकारी ठहरा दे, और तू अपने परमेश्वर यहोवा की रयवस्था को मानता रहे।
तू तब ही कृतार्थ होगा जब उन विधियों और नियमों पर चलने की चौकसी करेगा, जिनकी आज्ञा यहोवा ने इस्राएल के लिये मूसा को दी थी। हियाब बान्ध और दृढ़ हो। मत डर; और तेरा मन कच्चा न हो।
सुन, मैं ने अपने क्लेश के समय यहोवा के भवन के लिये एक लाख किक्कार सोना, और दस लाख किक्कार चान्दी, और पीतल और लोहा इतना इकट्ठा किया है, कि बहुतायत के कारण तौल से बाहर है; और लकड़ी और पत्थर मैं ने इकट्ठे किए हैं, और तू उनको बढ़ा सकेगा।
और तेरे पास बहुत कारीगर हैं, अर्थात् पत्थर और लकड़ी के काटने और गढ़नेवाले वरन सब भांति के काम के लिये सब प्रकार के प्रवीण पुरूष हैं।
सोना, चान्दी, पीतल और लोहे की तो कुछ गिनती नहीं है, सो तू उस काम में लग जा ! यहोवा तेरे संग नित रहे।
फिर दाऊद ने इस्राएल के सब हाकिमों को अपने पुत्रा सुलैमान की सहायता करने की आज्ञाा यह कहकर दी,
कि क्या तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे संग नहीं है? क्या उस ने नुम्हें चारों ओर से विश्राम नहीं दिया? उस ने तो देश के निवासियों को मेरे वश में कर दिया है; और देश यहोवा और उसकी प्रजा के साम्हने दबा हुआ है।
सब तन मन से अपने परमेश्वर यहोवा के पास जाया करो, और जी लगाकर यहोवा परमेश्वर का पवित्रास्थान बनाना, कि तुम यहोवा की वाचा का सन्दूक और परमेश्वर के पवित्रा पात्रा उस भवन में लाओ जो यहोवा के नाम का बननेवाला है।

23

दाऊद तो बूढ़ा वरन बहुत बूढा हो गया था, इसलिये उस ने अपने पुत्रा सुलैमान को इसगाएल पर राजा नियुक्त कर दिया।
तब उस ने इस्राएल के सब हाकिमों और याजकों और लेमियों को इकट्ठा किया।
और जितने लेवीय तीस वर्ष के और उस से अधिक अवस्था के थे, वे गिने एए, और एक एक पुरूष के गिनने से उनकी गिनती अड़तीस हजार हुई।
इन में से चौबीस हजार तो यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त हुए, और छे हजार सरदार और न्यायी।
और चार हजार द्वारपाल नियुक्त हुए, और चार हजार उन बाजों से यहोवा की स्तुति करने के लिये ठहराए गए जो दाऊद ने स्तुति करने के लिये बनाए थे।
फिर दाऊद ने उनको गेश न, कहात और मरारी नाम लेवी के पुत्रों के अनुसार दलों में अलग अलग कर दिया।
गेश नियों में से तो लादान और शिमी थे।
और लादान के पुत्रा : सरदार यहीएल, फिर जेताम और योएल ये तीन थे।
और शिमी के पुत्रा : शलेमीत, हजीएल और हारान से तीन थे। लादान के कुल के पूर्वजों के घरानों के मुख्य पुरूष ये ही थे।
फिर शिमी के पुत्रा : यहत, जीना, यूश, और वरीआ के पुत्रा शिमी यही चार थे।
यहत मुख्य था, और जीजा दूसरा; यूश और बरीआ के वहुत बेटे न हुए, इस कारण वे सब मिलकर पितरों का एक ही घराना ठहरे।
कहात के पुत्रा : अम्राम, यिसहार, हेब्रोन और उज्जीएल चार। अम्राम के पुत्रा : हारून और मूसा।
हारून तो इसलिये अलग किया गया, कि वह और उसके सन्तान सदा परमपवित्रा वस्तुओं को पवित्रा ठहराएं, और सदा यहोवा के सम्मुख धूप जलाया करें और उसकी सेवा टहल करें, और उसके नाम से आशीर्वाद दिया करें।
परन्तु परमेश्वर के भक्त मूसा के पुत्रों के नाम लेवी के गोत्रा के बीच गिने गए।
मूसा के पुत्रा, गेश म और एलीएजेर।
और गेश म का पुत्रा शबूएल मुख्य था।
और एलीएजेर के पुत्रा : रहब्याह मुख्य; और एलीएजेर के और कोई पुत्रा न हुआ, परन्तु रहब्याह के बहुत से बेटे हुए।
यिसहार के पुत्रों में से शलोमीत मुख्य ठहरा।
हेब्रोन के पुत्रा : यरीरयाह मुख्य, दूसरा अमर्याह, तीसरा यहजीएल, और चौथा यकमाम था।
उज्जीएल के पुत्रों में से मुख्य तो मीका और दूसरा यिश्शिरयाह था।
मरारी के पुत्रा : महली और मूशी। महली के पुत्रा : एलीआजर और कीश थे।
एलीआजर पुत्राहीन मर गया, उसके केवल बेटियां हुई; सो कीश के पुत्रों ने जो उनके भाई थे उन्हें ब्याह लिया।
मूशी के पुत्रा : महली; एदोर और यरेमोत यह तीन थे।
लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष ये ही थे, ये नाम ले लेकर, एक एक पुरूष करके गिने गए, और बीस वर्ष की वा उस से अधिक अवस्था के थे और यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे।
क्योंकि दाऊद ने कहा, इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने अपनी प्रजा को विश्राम दिया है, और वह तो यरूशलेम में सदा के लिये बस गया है।
और लेवियों को निवास और उस की उपासना का सामान फिर उठाना न पड़ेगा ।
क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष वा उस से अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए।
क्योंकि उनका काम तो हारून की सन्तान की सेवा टहल करना था, अर्थात यह कि वे आंगनों और कोठरियों में, और सब पवित्रा वस्तुओं के शुठ्ठ करने में और परमेश्वर के भवन की उपासना के सब कामों में सेवा टहल करें।
और भेंट की रोटी का, अन्नबलियों के मैदे का, और अखमीरी पपड़ियों का, और तवे पर बनाए हुए और सने हुए का, और मापने और तौलने के सब प्रकार का काम करें।
और प्रति भोर और प्रति सांझ को यहोवा का धन्यवाद और उसकी स्तुति करने के लिये खड़े रहा करें।
और विश्रामदिनों और नये चान्द के दिनों, और नियत परव में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होपबलियों को बढ़ाएं।
और यहोवा के भवन की उपासना के विषय मिलापवाले नम्बू और पवित्रास्थान की रक्षा करें, और अपने भाई हारूनियों के सौंपे हुए काम को चौकसी से करें।

24

फिर हारून की सन्तान के दल ये थे। हारून के पुत्रा तो नादाब, अबीहू, एलीआजर और ईतामार थे।
परन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता के साम्हने पुत्राहीन मर गए, इस लिये याजक का काम एलीआजर और ईतामार करते थे।
और दाऊद ने एलीआजर के वंश के सादोक और ईतामार के वंश के अहांमेलेक की सहायता से उनको अपनी अपनी सेवा के अनुसार दल दल करके बांट दिया।
और एलीआजर के वंश के मुख्य पुरूष, ईतामार के वंश के मुख्य पुरूषों से अधिक थे, और वे यों बांटे गए अर्थात् एलीआजर के वंश के पितरों के घरानों के सोलह, और ईतामार के वंश के पितरों के घरानों के आठ मुख्य पुरूष थे।
तब वे चिट्ठी डालकर बराबर बराबर बांटे गए, क्योंकि एलीआजर और ईतामार दोनों के वंशों में पवित्रास्थान के हाकिम और परमेश्वर के हाकिम नियुक्त हुए थे।
और नतनेल के पुत्रा शमायाह ने जो लेवीय था, उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक, और एब्यातार के पुत्रा अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरूषोंके साम्हने लिखे; अर्थात् पितरों का एक घराना तो एलीआजर के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया।
पहिली चिट्ठी तो यहोयारीब के, और दूसरी यदायाह,
तीसरी हारीम के, चौथी सोरीम के,
पांचवीं मल्किरयाह के, छठवीं मिरयामीन के,
सातवीं हक्कोस के, आठवीं अबिरयाह के,
नौवीं येहाू के, दसवीं शकन्याह के,
ग्यारहवीं एल्याशीब के, बारहवीं याकीम के,
तेरहवीं हुप्पा के, चौदहवीं येसेबाब के,
पन्द्रहवीं बिल्गा के, लोलहवीं इम्मेर के,
सतरहवीं हेजीर के, अठारहवीं हप्पित्सेस के,
उन्नीसवीं पतह्माह के, बीसवीं यहेजकेल के,
इक्कीसवीं याकीन के, बाईसवीं गामूल के,
तेईसवीं दलायाह के, और चौबीसवीं साज्याह के नाम पर निकलीं।
उनकी सेवकाई के लिये उनका यही नियम ठहराया गया कि वे अपने उस नियम के अनुसार जो इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार उनके मूलपुरूष हारून ने चलाया था, यहोवा के भवन में जाया करें।
बचे हुए लेवियों में से अम्राम के वंश में से शूबाएल, शूबाएल के वंश में से येहदयाह।
बचा रहब्याह, सोरहब्याह, के वंश में से यिश्शिरयाह मुख्य था।
इसहारियों में से शलोमोत और हालोमोत के वंश में से यहत।
और हेब्रोन के वंश में से मुख्य तो यरिरयाह, दूसरा अमर्याह, तीसरा यहजीएल, और चौथा यकमाम।
उज्जीएल के वंश में से मीका और मीका के वंश में से शामीर।
मीका का भाई यिश्शिरयाह, यिश्शिरयाह के वंश में से जकर्याह।
मरारी के पुत्रा महली और मूशी और याजिरयाह का पुत्रा बिनो था।
मरारी के पुत्रा : याजिरयाह से बिनो और शोहम, जक्कू और इब्री थे।
महली से, एलीआजर जिसके कोई पुत्रा न था।
कीश से कीश के वंश में यरह्मोल।
और मूशी के पुत्रा, महली, एदेर और यरीमोत। अपने अपने पितरो के घरानों के अनुसार ये ही लेवीय सन्तान के थे।
इन्हों ने भी अपने भाई हारून की सन्तानों की नाई दाऊद राजा और सादोक और अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरूषों के साम्हने चिटि्ठयां डालीं, अर्थात् मुख्य पुरूष के पितरों का घराना उसके छोटे भाई के पितरों के घराने के बराबर ठहरा।

25

फिर दाऊद और सेनापतियों ने आसाप, हेमान और यदूतून के कितने पुत्रों को सेवकाई के लिये अलग किया कि वे वीणा, सारंगी और झांझ बजा बजाकर नबूवत करें। और इस सेवकाई के काम करनेवाले मनुष्यों की गिनती यह थी :
अर्थात् आसाप के पुत्रों में से तो जक्कूर, योसेप, नतन्याह और अशरेला, आसाप के ये पुत्रा आसाप ही की आज्ञा में थे, जो राजा की आज्ञा के अनुसार नबूवत करता था।
फिर यदूतून के पुत्रों में से गदल्याह, सरीयशायाह, हसब्याह, मत्तित्याह, ये ही छे अपने पिता यदूतून की आज्ञा में होकर जो यहोवा का धन्यवाद और स्तुति कर करके नबूवत करता था, वीणा बजाते थे।
और हेमान के पुत्रों में से, मुक्किरयाह, मत्तन्याह, लज्जीएल, शबूएल, यरीमोत, हनन्याह, हनानी, एलीआता, गि लती, रोममतीएजेर, योशबकाशा, मल्लोती, होतीर और महजीओत।
परमेश्वर की प्रतिज्ञानुकूल जो उसका नाम बढ़ाने की थी, ये सब हेमान के पुत्रा थे जो राजा का दश था; क्योंकि परमेश्वर ने हेमान को चौदह बेटे और तीन बेटियां दीं थीं।
ये सब यहोवा के भवन में गाने के लिये अपने अपने पिता के अधीन रहकर, परमेश्वर के भवन, की सेवकाई में झांझ, सारंगी और वीणा बजाते थे। और आसाप, यदूतून और हेमान राजा के अधीन रहते थे।
इन सभों की गिनती भाइयों समेत जो यहोवा के गीत सीखे हुए और सब प्रकार से निपुण थे, दो सौ अठासी थी।
और उन्हों ने क्या बड़ा, क्या छोटा, क्या गुरू, क्या चेला, अपनी अपनी बारी के लिये चिट्ठी डाली।
और पहिली चिट्ठी आसाप के बेटों में से योसेप के नाम पर निकली, दूसरी गदल्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
तीसरी जक्कूर के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
चौथी यिस्री के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
पांचवीं नतन्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
छठीं बुक्किरयाह के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
सातवीं यसरेला के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
आठवीं यशायाह के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
नौवीं मतन्याह के नाम पर निकली, जिसके पुत्रा और भाई समेत बारह थे।
दसवीं शिमी के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
ग्यारहवीं अजरेल के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
बारहवीं हशब्याह के नाम पर निकली, जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
तेरहवी शूबाएल के नाम पर निकली, जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
चौदहवीं मत्तिरयाह के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
पन्द्रहवीं यरेमोत के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
सोलहवीं हनन्याह के नाम पर निकली, जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
सत्राहवीं योशबकाशा के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
अठारहवीं हरानी के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
उन्नीसवीं मल्लोती के नाम पर निकली, जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
बीसवीं इलिरयाता के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
इक्कीसवीं होतीर के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
बाईसवीं गि लती के नाम पर तिकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
तेईसवीं महजीओत के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।
और चौबीसवीं चिट्ठी रोममतीएजेर के नाम पर निकली जिसके पुत्रा और भाई उस समेत बारह थे।

26

फिर द्वारपालों के दल ये थे : कोरहियों में से तो मशेलेम्याह, जो कोरे का पुत्रा और आसाप के सन्तानों मेंसे था।
और मशेलेम्याह के पुत्रा हुए, अर्थात् उसका जेठा जकर्याह दूसरा यदीएल, तीसरा जवद्याह,
चौथा यतीएल, पांचवां एलाम, छठवां यहोहानान और सातवां एल्यहोएनै।
फिर ओबेदेदोम के भी पुत्रा हुए, उसका जेठा शमायाह, दूसरा यहोजाबाद, तीसरा योआह, चौथा साकार, पांचवां नतनेल,
छठवां अम्मीएल, सातवां इस्साकार और आठवां पुल्लतै, क्योंकि परमेश्वर ने उसे आशीष दी थी।
और उसके पुत्रा शमायाह के भी पुत्रा उत्पन्न हुए, जो शूरवीर होने के कारण अपने पिता के घराने पर प्रभुता करते थे।
शमायाह के पुत्रा ये थे, अर्थात् ओती, रपाएल, ओबेद, एलजाबाद और उनके भाई एलीहू और समक्याह बलवान पुरूष थे।
ये सब आबेदेदोम की सन्तान में से थे, वे और उनके पुत्रा और भाई इस सेवकाई के लिये बलवान और शक्तिमान थे; ये ओबेदेदोमी बासठ थे।
और मशेलेम्याह के पुत्रा और भाई अठारह थे, जो बलवान थे।
फिर मरारी के वंश में से होसा के भी पुत्रा थे, अर्थात् मुख्य तो शिम्री ( जिसको जेठा न होने पर भी उसके पिता ने मुख्य ठहराया ),
दूसरा हिल्किरयाह, तीसरा तबल्याह और चौथा जकर्याह था; होसा के सब पुत्रा और भाई मिलकर तेरह थे।
द्वारपालों के दल इन मुख्य पुरूषों के थे, ये अपने भाइयों के बराबर ही यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे।
इन्हों ने क्या छोटे, क्या बड़े, अपने अपने पितरों के घरानों के अनुसार एक एक फाटक के लिये चिट्ठी डाली।
पूर्व की ओर की चिट्ठी शेलेम्याह के नाम पर निकली। तब उन्हों ने उसके पुत्रा जकर्याह के नाम की चिट्ठी डाली ( वह बुध्दिमान मंत्री था ) और चिट्ठी उत्तर की ओर के लिये निकली।
दक्खिन की ओर के लिये ओबोदेदोम के नाम पर चिट्ठी निकली, और उसके बेटों के नाम पर खजाने की कोठरी के लिये।
फिर शुप्पीम और होसा के नामों की चिट्ठी पश्चिम की ओर के लिये निकली, कि वे शल्लेकेत नाम फाटक के पास चढ़ाई की सड़क पर आम्हने साम्हने चौकीदारी किया करें।
पूर्व ओर जो छे लेवीय थे, उत्तर की ओर प्रतिदिन चार, दक्खिन की ओर प्रतिदिन चार, और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे।
पश्चिम ओर के पर्बार नाम स्थान पर ऊंची सड़क के पास तो चार और पर्बार के पास दो रहे।
ये द्वारपालों के दल थे, जिन में से कितने तो कोरह के थे और कितने मरारी के वंश के थे।
फिर लेवियों में से अहिरयाह परमेश्वर के भवन और पवित्रा की हुई वस्तुओं, दोनों के भण्डारों का अधिकारी नियुक्त हुआ।
ये लादान की सन्तान के थे, अर्थात् गेर्शेनियों की सन्तान जो लादान के कुल के थे, अर्थात् लादान और गेर्शेनी के पितरों के घरानों के मुख्य पुरूष थे, अर्थात् यहोएली ।
यहोएली के पुत्रा ये थे, अर्थात् जेताम और उसका भाई योएल जो यहोवा के भवन के खजाने के अधिकारी थे।
अम्रामियों, यिसहारियों, हेब्रोनियों और उज्जीएलियों में से।
और शबूएल जो मूसा के पुत्रा गेर्शेम के वंश का था, वह खजानों का मुख्य अधिकारी था।
और उसके भाइयों का वृत्तान्त यह है : एलीआजर के कुल में उसका पुत्रा रहब्याह, रहब्याह का पुत्रा यशायाह, यशायाह का पुत्रा योराम, योराम का पुत्रा जिक्री, और जिक्री का पुत्रा शलोमोत था।
यही शलोमोत अपने भाइयों समेत उन सब पवित्रा की हुई पस्तुओं के भण्डारों का अधिकारी था, जो राजा दाऊद और पितरों के घरानों के मुख्य मुख्य पुरूषों और सहस्रपतियों और शतपतियों और मुख्य सेनापतियों ने पवित्रा की थीं।
जो लूट लड़ाइयों में मिलती थी, उस में से उन्हों ने यहोवा का भवन दृढ़ करने के लिये कुछ पवित्रा किया।
वरन जितना शमूएल दश , कीश के पुत्रा शाऊल, नेर के पुत्रा अब्नेर, और सरूयाह के पुत्रा योआब ने पवित्रा किया था, और जो कुछ जिस किसी ने पवित्रा कर रखा था, वह सब शलोमोत और उसके भाइयों के अधिकार में था।
यिसहारियों में से कनन्याह और उसके पुत्रा, इस्राएल के देश का काम अर्थात् सरदार और न्यायी का काम करने के लिये नियुक्त हुए।
और हेब्रोनियों में से हशरयाह और उसके भाई जो सत्राह सौ बलवान पुरूष थे, वे यहोवा के सब काम और राजा की सेवा के विषय यरदन की पश्चिम ओर रहनेवाले इस्राएलियों के अणिकारी ठहरे।
हेब्रोनियों में से यरिरयाह मुख्य था, अर्थात् हेब्रोनियों की पीढ़ी पीढ़ी के पितरों के घरानों के अनुसार दाऊद के राज्य के चालीसवें वर्ष में वे ढूंढ़े गए, और उन में से कई शूरवीर गिलाद के याजेर में मिले।
और उसके भाई जो वीर थे, पितरों के घरानों के दो हाजार सात सौ मुख्य पुरूष थे, इनको दाऊद राजा ने परमेश्वर के सब विषयों और राजा के विषय में रूबेनियों, गादियों और मनश्शेके आधे गोत्रा का अधिकारी ठहराया।

27

इस्राएलियो की गिनती, अर्थात् मितरों के घरानों के मुख्य मुख्य पुरूषों और यहस्रपतियों और शतपतियों और उनके सरदारों की गिनती जो वर्ष भर के महीने महीने उपस्थित होने और छुट्टी पानेवाले दलों के सब विषयों में राजा की सेवा टहल करते थे, एक एक दल में चौबीस हजार थे।
पहिले महीने के लिये पहिले दल का अधिकारी जब्दीएल का पुत्रा याशोबाम नियुक्त हुआ; और उसके दल में चौबीस हजार थे।
वह पेरेस के वंश का था और पहिले महीने में सब सेनापतियों का अधिकारी था।
और दूसरे महीने के दल का अधिकारी दोदै नाम एक अहोही था, और उसके दल का प्रधान मिक्लोत था, और उसके दल में चौबीस हजार थे।
तीसरे महीने के लिये तीसरा सेनापति यहोयादा याजक का पुत्रा बनायाह था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
यह वही बनायाह है, जो तीसों शूरों में वीर, और तीसों में श्रेष्ठ भी था; और उसके दल में उसका पुत्रा अम्मीजाबाद था।
चौथे महीने के लिये चौथा सेनापति योआब का भाई असाहेल था, और उसके बाद उसका पुत्रा जबद्याह था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
पांचवें महीने के लिये पांचवां सेनापति यिज्राही शम्हूत था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
छठवें महीने के लिये छठवां सेनापति तकोई इक्केश का पुत्रा ईरा था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
सातवें महीने के लिये सातवां सेनापति एप्रैम के वंश का हेलेस पलोनी था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
आठवें महीने के लिये आठवां सेनापति जेरह के वंश में से हूशाई सिब्बकै था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
नौवें महीने के लिये नौवां सेनापति बिन्यामीनी अबीएजेर अनातोतवासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
दसवें महीने के लिये दसवां सेनापति जेरही महरै नतोपावासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
ग्यारहवें महीने के लिये ग्यारहवां सेनापति एप्रैम के वंश का बनायाह पिरातोनवासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
बारहवें महीने के लिये बारहवां सेनापति ओत्नीएल के वंश का हेल्दै नतोपावासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे।
फिर इस्राएली गोत्रों के ये अधिकारी थे : अर्थात् रूबेनियों का प्रधान जिक्री का पुत्रा एलीआज़र; शिमोनियों से माका का पुत्रा शपत्याह।
लेवी से कमूएल का पुत्रा हशब्याह; हारून की सन्तान का सादोक।
यहूदा का एलीहू नाम दाऊद का एक भाई, इस्साकार से मीकाएल का पुत्रा ओम्नी।
जबूलून से ओबद्याह का पुत्रा यिशमायाह, नप्ताली से अज्रीएल का पुत्रा यरीमोत।
एप्रैम से अजज्याह का पुत्रा होशे, मनश्शे से आधे गोत्रा का, फ़दायाह का पुत्रा योएल।
गिलाद में आधे गोत्रा मनश्शे से जकर्याह का पुत्रा इद्दॊ़, बिन्यामीन से अब्नेर का पुत्रा यासीएल,
और दान से यारोहाम का पुत्रा अजरेल, ठहरा। ये ही इस्राएल के गोत्रों के हाकिम थे।
परन्तु दाऊद ने उनकी गिनती बीस वर्ष की अवस्था के तीचे न की, क्योंकि यहोवा ने इस्राएल की गिनती आकाश के तारों के बराबर बढ़ाने के लिये कहा था।
सरूयाह का पुत्रा योआब गिनती लेने लगा, पर निपटा न सका क्योंकि ईश्वर का क्रोध इस्राएल पर भड़का, और यह गिनती राजा दाऊद के इतिहास में नहीं लिखी गई।
फिर अदीएल का पुत्रा अजमावेत राज भण्डारों का अधिकारी था, और देहात और नगरों और गांवों और गढ़ों के भण्डारों का अणिकारी उज्जिरयाह का पुत्रा यहोनातान था।
और जो भूमि को जोतकर बोकर खेती करते थे, उनका अधिकारी कलूब का पुत्रा एज्री था।
और दाख की बारियों का अधिकारी रामाई शिमी और दाख की बारियों की उपज जो दाखमधु के भण्डारों में रखने के लिये थी, उसका अधिकारी शापामी जब्दी था।
ओर नीचे के देश के जलपाई और गूलर के वृक्षों का अधिकारी गदेरी बाल्हानान था और तेल के भण्डारों का अधिकारी योआश था।
और शारोन में चरनेवाले गाय- बैलों का अधिकारी शारोनी शित्रौ था और तराइयों के गाय- बैलों का अधिकारी अदलै का पुत्रा शापात था।
और ऊंटों का अधिकारी इश्माएली ओबील और गदहियों का अधिकारी मेरोनोतवासी येहदयाह।
और भैड़- बकरियों का अधिकारी हग्री याजीज था। ये ही सब राजा दाऊद के धन सम्मत्ति के अधिकारी थे।
और दाऊद का भतीजा योनातान एक समझदार मंत्री और शास्त्री था, और किसी हक्मोनी का पुत्रा एहीएल राजपुत्रों के संग रहा करता था।
और अहीतोपेल राजा का मंत्री था, और एरेकी हूशै राजा का मित्रा था।
और यहीतोपेल के बाद बनायाह का पुत्रा यहोयादा और एरयातार मंत्री ठहराए गए। और राजा का प्रधान सेनापति योआब था।

28

और दाऊद ने इस्राएल के सब हाकिमों को अर्थात् गोत्रों के हाकिमों और राजा की सेवा टहल करनेवाले दलों के हाकिमों को और सहस्रपतियों और शतपतियों और राजा और उसके पुत्रों के पशु आदि सब धन सम्पत्ति के अधिकारियों, सरदारों और वीरों और सब शूरवीरों को यरूशलेम में बुलवाया।
तब दाऊद राजा खड़ा होकर कहने लगा, हे मेरे भाइयों ! और हे मेरी प्रजा के लोगो ! मेरी सुनो, मेरी मनसा तो थी कि यहोवा की वाचा के सन्दूक के लिये और हम लोगों के परमेश्वर के चरणों की पीढ़ी के लिये विश्राम का एक भवन बनाऊं, और मैं ने उसके बनाने की तैयारी की थी।
परन्तु परमेश्वर ने मुझ से कहा, तू मेरे नाम का भवन बनाने न पाएगा, क्योंकि तू युठ्ठ करनेवाला है और तू ने लोहू बहाया है।
तौभी इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने मेरे पिता के सारे घराने में से मुझी को चुन लिया, कि इस्राएल का राजा सदा बना रहूं : अर्थात् उस ने यहूदा को प्रधान होने के लिये और यहूदा के घराने में से मेरे पिता के घराने को चुन लिया और मेरे पिता के पुत्रों में से वह मुझी को सारे इस्राएल का राजा बनाने के लिये प्रसन्न हुआ।
और मेरे सब पुत्रों में से ( यहोवा ने तो मुझे बहुत पुत्रा दिए हैं ) उस ने मेरे पुत्रा सुलैमान को चुन लिया है, कि वह इस्राएल के ऊपर यहोवा के राज्य की गद्दी पर विराजे।
और उस ने मुझ से कहा, कि तेरा पुत्रा सुलैमान ही मेरे भवन और आंगनों को बनाएगा, क्योंकि मैं ने उसको चुन लिया है कि मेरा पुत्रा ठहरे, और मैं उसका पिता ठहरूंगा।
और सदि वह मेरी आज्ञाओं और नियमों के मानने में आज कल की नाई दृढ़ रहे, तो मैं उसका राज्य सदा स्थिर रखूंगा।
इसलिये अब इस्राएल के देखते अर्थात्यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के साम्हने, अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ।
और हे मेरे पुत्रा सुलैमान ! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।
अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रास्थान ठहरेगा, हियाव बान्धकर इस काम में लग जा।
तब दाऊद ने अपने पुत्रा सुलैमान को मन्दिर के ओसारे, कोठरियों, भण्डारों अटारियों, भीतरी कोठरियों, और प्रायश्चित के ढकने से स्थान का नमूना,
और यहोवा के भवन के आंगनों और चारों ओर की कोठरियों, और परमेश्वर के भवन के भण्डारों और ववित्रा की हुई वस्तुओं के भण्डारों के, जो जो नमूने ईश्वर के आत्मा की प्रेरणा से उसको मिले थे, वे सब दे दिए।
फिर याजकों और लेबियों के दलों, और यहोवा के भवन की सेवा के सब कामों, और यहोवा के भवन की सेवा के सब सामान,
अर्थात्सब प्रकार की सेवा के लिये सोने के पात्रों के निमित्त सोना तौलकर, और सब प्रकार की सेवा के लिये चान्दी के पात्रों के निमित्त चान्दी तौलकर,
और सोने की दीवटों के लिये, और उनके दीपकों के लिये प्रति एक एक दीवट, और उसके दीपकों का सोना तौलकर और चान्दी के दीवटों के लिये एक एक दीवट, और उसके दीपक की चान्दी, प्रति एक एक दीवट के काम के अनुसार तौलकर,
ओर भेंट की रोटी की मेजों के लिये एक एक मेज का सोना तौलकर, और जान्दी की मेजों के लिये चान्दी,
और चोखे सोने के कांटों, कटोरों और प्यालों और सोने की कटोरियों के लिये एक एक कटोरी का सोना तौलकर, और चान्दी की कटोरियों के लिये एक एक कटोरी की चान्दी तौलकर,
और धूप की वेदी के लिये तपाया हुआ सोना तौलकर, और रथ अर्थत् यहोवा की वाचा का सन्दूक ढांकनेवाले और पंख फैलाए हुए करूबों के नमूने के लिये सोना दे दिया।
मैं ने यहोवा की शक्ति से जो मुझ को मिली, यह सब कुछ बझकर लिख दिया है।
फिर दाऊद ने अपने पुत्रा सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ होकर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा।
और देख परमेश्वर के भवन के सब काम के लिये जाजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं, और सब प्रकार की सेवा के लिये सब प्रकार के काम प्रसन्नता से करनेवाले बुध्दिमान पुरूष भी तेरा साथ देंगे; और हाकिम और सारी प्रजा के लोग भी जो कुछ तू कहेगा वही करेंगे।

29

फिर राजा दाऊद ने सारी सभा से कहा, मेरा पुत्रा सुलैमान सुकुमार लड़का है, और केवल उसी को परमेश्वर ने चुना है; काम तो भारी है, क्योंकि यह भवन मनुष्य के लिये नहीं, यहोवा परमेश्वर के लिये बनेगा।
मैं ने तो अपनी शक्ति भर, अपने परमेश्वर के भवन के निमित्त सोने की वस्तुओं के लिये सोना, चान्दी की वस्तुओं के लिये चानी, पीतल की वस्तुओं के लिये पीतल, लोहे की वस्तुओं के लिये लोहा, और लकड़ी की वस्तुओं के लिये लकड़ी, और सुलैमानी पत्थर, और जड़ने के योग्य मणि, और पच्ची के काम के लिये रड़ग रड़ग के नग, और सब भांति के मणि और बहुत संगमर्मर इकट्ठा किया है।
फिर मेरा मन अपने परमेश्वर के भवन में लगा है, इस कारण जो कुछ मैं ने पवित्रा भवन के लिये इकट्ठा किया है, उस सब से अधिक मैं अपना निज धन भी जो सोना चान्दी के रूप में मेरे पास है, अपने परमेश्वर के भवन के लिये दे देता हूँ।
अर्थात् तीन हजार किक्कार ओपीर का सोना, और सात हजार किक्कार तपाई हुई चान्दी, जिस से कोठरियों की भीतें मढ़ी जाएं।
और सोने की वस्तुओं के लिये सोना, और चान्दी की वस्तुओं के लिये चान्दी, और कारीगरों से बनानेवाले सब प्रकार के काम के लिये मैं उसे देता हूँ। और कौन अपनी इच्छा से यहोवा के लिये अपने को अर्पण कर देता है?
तब पितरों के घरानों के प्रधानों और इस्राएल के गोत्रों के हाकिमों और सहस्रपतियों और शतपतियों और राजा के काम के अधिकारियोें ने अपनी अपनी इच्छा से,
परमेश्वर के भवन के काम के लिये पांच हजार किक्कार और दस हजार दर्कनोन सोना, दस हजार किक्कार चान्दी, अठारह हजार किक्कार पीतल, और एक लाख किक्कार लोहा दे दिया।
और जिनके पास मणि थे, उन्हों ने उन्हें यहोवा के भवन के खजाने के लिये गेश नी यहीएल के हाथा में दे दिया।
तब प्रजा के लोग आनन्दित हुए, क्योंकि हाकिमों ने प्रसन्न होकर खरे मन और अपनी अपनी इच्छा से यहोवा के लिये भेंट दी थी; और दाऊद राजा बहुत ही आनन्दित हुआ।
तब दाऊद ने सारी सभा के सम्मुख यहोवा का धन्यवाद किया, और दाऊद ने कहा, हे यहोवा ! हे हमारे मूल पुरूष इस्राएल के परमेश्वर ! अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू धन्य है।
हे यहोवा ! महिमा, पराक्रम, शोभा, सामर्थ्य और विभव, तेरा ही है; क्योंकि अकाश और पृथ्वी में जो कुछ है, वह तेरा ही है; हे यहोवा ! राज्य तेरा है, और तू सभों के ऊपर मुख्य और महान ठहरा है।
धन और महिमा तेरी ओर से मिलती हैं, और तू सभों के ऊपर प्रभुता करता है। सामर्थ्य और पराक्रम तेरे ही हाथ में हैं, और सब लोगों को बढ़ाना इौर बल देना तेरे हाथ में है।
इसलिये अब हे हमारे परमेश्वर ! हम तेरा ध्न्यवाद और तेरे महिमायुक्त नाम की स्तुति करते हैं।
मैं क्या हूँ? और मेरी प्रजा क्या है? कि हम को इस रीति से अपनी इच्छा से तुझे भेंट देने की शक्ति मिले? तुझी से तो सब कुछ मिलता है, और हम ने तेरे हाथ से पाकर तुझे दिया है।
तेरी दृष्टि में हम तो अपने सब पुरखाओं की नाई पराए और परदेशी हैं; पृथ्वी पर हमारे दिन छाया की नाई बीते जाते हैं, और हमारा कुछ ठिकाना नहीं।
हे हमारे परमेश्वर यहोवा ! वह जो बड़ा संचय हम ने तेरे पवित्रा नाम का एक भवन बनाने के लिये किया है, वह तेरे ही हाथ से हमे मिला था, और सब तेरा ही है।
और हे मेरे परमेश्वर ! मैं जानता हूँ कि तू मन को जांचता है और सिधाई से प्रसन्न रहता है; मैं ने तो यह सब कुछ मन की सिधाई और अपनी इच्छा से दिया है; और अब मैं ने आनन्द से देखा है, कि तेरी प्रजा के लोग जो यहां उपस्थित हैं, वह अपनी इच्छा से तेरे लिये भेंट देते हैं।
हे यहोवा ! हे हमारे पुरखा इब्राहीम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर ! अपनी प्रजा के मन के विचारों में यह बात बनाए रख और उनके मन अपनी ओर लगाए रख।
और मेरे पुत्रा सुलैमान का मन ऐसा खरा कर दे कि वह तेरी आज्ञाओं चितौनियों और विधियों को मानता रहे और यह सब कुछ करे, और उस भवन को बनाए, जिसकी तैयारी मैं ने की है।
और दूसरे दिन उन्हों ने यहोवा के लिये बलिदान किए, अर्थात् अध समेत एक हजार बैल, एक हजार मेढ़े और एक हजार भेड़ के बच्चे होमबलि करके चढ़ाए, और सब इस्राएल के लिये बहुत से मेलबलि चढ़ाए। उसी दिन यहोवा के साम्हने उन्हों ने बड़े आनन्द से खाया और पिया।
फिर उन्हों ने दाऊद के पुत्रा सुलैमान को दूसरी बार राजा ठहराकर यहोवा की ओर से प्रधान होने के लिये उसका और याजक होने के लिये सादोक का अभिषेक किया।
तब सुलैमान अपने पिता दाऊद के स्थान पर राजा होकर यहोवा के सिंहासन पर विराजने लगा और भाग्यवान हुआ, और इस्राएल उसके अधीन हुआ।
और सब हाकिमों और शूरवीरों और राजा दाऊद के सब पुत्रों ने सुलैमान राजा की अधीनता अंगीकार की।
और यहोवा ने सुलैमान को सब इस्राएल के देखते बहुत बढ़ाया, और उसे ऐसा राजकीय ऐश्वर्य दिया, जैसा उस से पहिले इस्राएल के किसी राजा का न हुआ था।
इस प्रकार यिहौ के पुत्रा दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया।
और उसके इस्राएल पर राज्य करने का समय चालीस वर्ष का था; उस ने सात वर्ष तो हेब्रोन में और तैंतीस वर्ष यरूशलेम में राज्य किया।
और वह पूरे बूढ़ापे की अवस्था में दीर्घायु होकर और धन और विभव, मनमाना भोगकर मर गया; और उसका पुत्रा सुलैमान उसके स्थान पर राजा हुआ।
आदि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त,
और उसके सब राज्य और पराक्रम का, और उस पर और इस्राएल पर, वरन देश देश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता, इसका भी वृत्तान्त शमूएल दश और नातान नबी और गाद दश की पुस्तकों में लिखा हुआ है।

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TextGrid Repository (2025). Hindi Collection. 1 Chronicles (Hindi). 1 Chronicles (Hindi). Multilingual Parallel Bible Corpus. Multilingual Bible Corpus. https://hdl.handle.net/21.11113/0000-0016-9BF5-5